उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले की खागा कोतवाली क्षेत्र में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी राजयोगिनी बृम्हाकुमारी नीरा दीदी के निर्देशन में भारत की महान संस्कृति एवं आध्यात्मिक पर्वों की श्रृंखला में महाशिवरात्रि का पर्व अत्यंत सर्वोपरि रहा है।जो ज्योति स्वरुप परमात्मा की याद दिला कर सर्व को एक सूत्र में बांधता हुआ बहुमूल्य जीवन जीने की प्रेरणा देता है। ऐसे पर्व के उपलक्ष्य में बृम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय खागा विमला देवी के नेतृत्व में कस्बे के मुख्य मार्गों में भब्य शोभायात्रा निकालकर जन संदेश देते हुए लोगों को जागरूक किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी अतुल कुमार व पुलिस उपाधीक्षक बृजमोहन राय एवं चेयरमैन गीता सिंह रहे। खागा कस्बे के मुख्य मार्गों में शोभायात्रा निकालते हुए ओम शान्ति नगर स्थित राजयोग सेवा केंद्र के विशाल प्रांगण में सैकड़ों शिव भक्तों को अपने उद्बोधन में जिला प्रभारी बृम्हाकुमारी ईश्वरीय बहन नीरा दीदी ने लोगों को संदेश देते हुए कहा है कि सर्व पर्वों में सर्वोपरि पर्व महाशिवरात्रि का माना जाता है।

महाशिवरात्रि यह एक ऐसा महत्वपूर्ण उत्सव है जो सारे सृष्टि के रचयिता,सर्व धर्म आत्माओं के परम पिता शिव का भारत भूमि पर होने वाले दिब्य अवतरण का आदगार दिवस है। और शिव रात्रि का यह पावन पर्व अपने जीवन में प्रेम सदभावना जागृति करने का शुभ अवसर है। और इन्होंने बताया कि शिवरात्रि का पर्व कलयुग रूपी अहंकार को दूर करने का सूचक है।जब जब सृष्टि की मनुष्य आत्माओं में काम, क्रोध, मोह, लोभ अहंकार आदि विकारों रूपी अवगुणों का अहंकार होता है तब तब परमपिता शिव परमात्मा कलयुग के अंत और सतयुग के आदि में पुरुषोत्तम कल्याणकारी संगम युग में एक साधारण माननीषय रथ को माध्यम बनाकर उनके मुखारविंद से गीता ज्ञान सुनकर सम्पूर्ण सृष्टि को तपो प्रधान अर्थात नई सतयुगी दुनिया का नव निर्माण करते हैं। परमपिता शिव सर्व मनुष्य आत्माओं को पुनः अपनी याद से पावन बनाकर देव स्वरूप बनने की सच्ची कथा सुनाते हैं। इस लिए उनका नाम अमरनाथ भी है। और उनके ऊपर शिवरात्रि के दिन खास अंग धारण आदि अर्पण करते हैं।इसका महाआध्यात्मिक अर्थ है वह हम सभी के अंदर सम्पूर्ण बुराइयों को ज्ञान और याद के बल से खत्म कर देते हैं।वह गीता में किये गये अपने वादे के अनुसार काब्य के अन्त में सृष्टि पर अवतरित होकर एक सत्य धर्म की स्थापना और सभी तरह के अपराधों को विनाश करते हैं। इसलिए उनका नाम महाकालेश्वर या रुद्र भी है। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी उपजिलाधिकारी अतुल कुमार, पुलिस उपाधीक्षक बृजमोहन राय, चेयरमैन गीता सिंह तथा सैकड़ों शिव भक्तों को बृम्हाकुमारी ममता बहन ने शिव और शंकर के अन्तर और सच्चे उपवास के अर्थ स्पष्ट किया।इस कार्यक्रम में बी के प्रियंका बहन, बी के सीमा बहन, बी के नीरा बहन, शांति वारुणा बहन आदि ने अपने अपने विचारों के माध्यम से सभी को महाशिवरात्रि के पर्व का गहरा मर्म बताया। और इस सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन खागा केन्द्र की संचालिका बृम्हाकुमारी विमला बहन ने किया।
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