उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के किशनपुर थाना क्षेत्र के गुरवाल ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाला जालंधर पुर गांव का यह मार्ग है। कोई नाला या नाली नही
जहां चलना तो छोड़िए निकलना भी दूभर है। इसी रास्ते से होकर बच्चो को पैदल रोज़ स्कूल जाना पड़ता है। स्कूली बच्चे कीचड़ से लथपथ होकर किसी तरह इस मुश्किल भरे रास्ते से गुजरते हैं। इस बात का अंदाज़ा आप खुद लगा सकते है। लेकिन यहाँ देखने और सुनने वाला कोई भी उच्च अधिकारी नहीं है। क्यो की कागज़ में जिले का विकास हो चुका है। इस रोड़ दशा की मुख्य वजह मोरंग की ओवर लोड गाड़ियों का बदस्तूर इस रास्ते निकलना है। जब की लाल सोने के नाम से बिकने वाली करोड़ों की मोरंग सरकार को करोड़ों का राजस्व देती है लेकिन इस पीडब्ल्यूडी रोड का हाल बस से बदतर हो गया है। इसका कोई पुरसा हाल नही है।