उत्तर प्रदेश कौशांबी ज़िले में करंट की चपेट में आने से पीएनसी ड्राइवर गम्भीर रूप से झुलस गया। साथी कर्मचारी इलाज़ के लिए ज़िला अस्पताल लेकर पहुचे, जहा पर डॉक्टर ने उसको मृत घोषित कर दिया। साथी कर्मचारी की मौत से नाराज़ पीएनसी कर्मचारियों ने हड़ताल कर हंगामा शुरू कर दिया।
सैनी कोतवाली क्षेत्र स्थित अटसराय में पीएनसी कंपनी है। जिसको नेशनल हाइवे टू के 6 लेन बनाने का कार्य दिया गया है। कंपनी में काम करने वाले आज़मगढ़ निवासी रूपचन्द्र यादव दो साल से PNC कंपनी में रोलर चलाते थे। वह रात्रि डियूटी कर टीन शेड से बने कमरे में पहुचा, तभी उन्होंने कमरे में लगे पाइप को पकड़ लिया। पाइप में करंट आ रहा था। जिससे रूपचन्द्र गम्भीर रूप से झुलस गए। कमरे में रहे लोगो नें किसी तरह बिजली काटी और एम्बुलेंस से इलाज़ के लिए ज़िला अस्पताल लेकर पहुचे। जहा पर डॉक्टर ने रूपचन्द्र को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी सैनी पुलिस को दी गयी। सूचना पर पहुची सैनी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मौत की जानकारी मिलते ही साथी कर्मचारियों ने कार्य बंद कर हड़ताल कर दिया। उनके अंदर इस बात का आक्रोश था कि यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों का शोषण होता है। रूपचन्द्र के करंट से झुलसने की जानकारी अधिकारियों को होने के बावजूद समय से चिकित्सालय नही भेजा गया। जिसके कारण उसकी मौत हो गयी। कम्पनी में काम करने वाले मज़दूर करुआ सिह ने बताया कि उसको सुबह करंट लगा था, लेकिन वह कॉफ़ी देर तक तड़पता रहा। एम्बुलेंस कर्मी अपने रिस्क पर उसको ले गया था। जहा उसकी मौत हो गयी। हम मीडिया के मध्यम से यही चाहते है कि उसको इतना मुआवज़ा मिल जाए कि उसके बच्चे लिख पढ़ सके। कम्पनी में राकेश शर्मा नाम का एक हेड है जो मज़दूरों को बहुत परेशान कर रखा है। बस यह समझिए कि जान नही निकल रही है, बाक़ी हर तरीके से मर रहे है हम लोग। भोजन भी सही से नही मिलता है। हम मज़दूर रोज़ मरते है, लेकिन कोई सुनने वाला नही है। इस लिए सारे मज़दूरों ने फ़ैसला किया है कि हम अपने हक़ के लिए लड़ेंगे। हम अकेले शिकायत करने जाते है तो हमे भगा दिया जाता है। हमे पता है कि ग़रीब मज़दूर या तो अपना स्वभिमान बचा ले या फ़िर रोटी।