उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले में भारत सरकार के निर्देशानुसार संचालित परियोजना *जीवन के प्रथम 1000 दिवस* के अंतर्गत ग्रामीण अभियांत्रिकी विभाग प्रखंड फतेहपुर में पदस्थ अवर अभियंता एवं सिविल कांट्रेक्टरों के लिए *”बाल संवेदनशील एवं बाल हितैषी स्थानों के निर्माण एवं विकास”* पर एक दिवसीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन नीति आयोग के नोडल अधिकारी जोगेंद्र सिंह यादव की अध्यक्षता में विकास भवन के सभागार में किया गयाI इस कार्यशाला का आयोजन सहायक अभियंता आर0 के0 मिश्रा के द्वारा *बर्नाड वैन लीर फाउंडेशन एवं विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी* के सहयोग से संपन्न हुआ। कार्यशाला में नीति आयोग के नोडल अधिकारी जोगेंद्र सिंह यादव द्वारा बताया गया की बच्चों के मानसिक एवं बौद्धिक विकास हेतु बाल हितैषी स्थानों का निर्माण एक महत्वपूर्ण पहल है, जो कि उन संस्थाओं को बच्चों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाते हुए उन्हें विकास के बेहतर मौके प्रदान करता है।
इस कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों के मानसिक विकास हेतु संरचनात्मक आधारभूत स्थानों में प्राकृतिक संसाधनों के साथ बाल हितैषी नव संरचनाओं का निर्माण एवं विकास करना हैI साथ ही आयु उपयुक्त खेलने व मनोरंजन की डिजाइन को बढ़ावा देने लिए सिविल इंजीनियरों एवं ठेकेदारों की क्षमता अभिवृद्धि करना हैI आकांक्षी जनपद में हो रहे आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्य एवं निर्मित आंगनबाड़ी भवनों को बाल हितैषी बनाने के लिए विक्रमशिला संस्था के तकनिकी सहयोग से जनपद में जीवन के प्रथम 1000 दिवस परियोजना के अंतर्गत लाइट हाउस का निर्माण किया हैI इसी क्रम में जनपद में चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों में विभिन्न नवाचारों के माध्यम से बाल हितैषी संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा हैI कार्यशाला में स्टेट लीड विक्रमशिला मेघा पंघाल ने बताया की वर्तमान समय में उपलब्ध आंगनबाड़ी केंद्रों के भवनों को बच्चों के प्रति संवेदनशील बनाने की अत्यंत आवश्यकता है।
क्योकि ये भवन न केवल सेवाएं पहुंचाने का साधन है, बल्कि बच्चों के मानसिक, शारीरिक और रचनात्मक विकास का भी एक जरिया है। बर्नाड वैन लीर फाउंडेशन के कार्यक्रम समन्वयक अनुभव गर्ग एवं विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी की रीजनल प्लानर सागरिका राउत के द्वारा कार्यशाला में तकनिकी जानकारियों के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों को सिखने-सिखाने के लिए आयु उपयुक्त संरचनाओं के बारे में समस्त प्रतिभागियों को रोचक जानकारी प्रदान की गई। सहायक अभियंता आर0 के0 मिश्रा ने सभी पदस्थ अवर अभियंता एवं सिविल कांट्रेक्टरों से परामर्श कर अनुरोध किया की वर्तमान में निर्माणाधीन आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यशाला के दौरान सुझाये गए बच्चों के लिए संवेदनशील डिजायनों को निर्मित करने हेतु अनुरोध कियाI कार्यक्रम संचालिका एवं परियोजना कार्यकारी अर्पिता कुमारी द्वारा समस्त प्रतिभागियों को धन्यवाद देकर परामर्श कार्यक्रम की मुख्य सीखों को कार्य क्षेत्र में निर्मित करने हेतु अनुरोध करते हुए सत्र का समापन किया गया।
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