उत्तर प्रदेश कासगंज पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने एक बडी कार्रवाई की है। महिला सब इंस्पेक्टर को प्रताड़ित करने के आरोप में एक आरक्षी सहित तीन नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। जबकि तीन मुख्य हेड कांस्टेबलों को एसपी ने अनुशासन हीनता के आरोप में निलंबित कर दिया है। तो वहीं बडी कार्रवाई के बाद आरोपी आरक्षी को जेल भेजा जा रहा है।
आपको बतादें कि पूरा मामला कासगंज जिले के गंजडुंडवारा कोतवाली का है। जहां तैनात एक महिला दारोगा ने स्वतंत्रता दिवस के दिन कासगंज पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होकर एक तहरीर दी थी। पीडित का आरोप था कि गंजडुंडवारा कोतवाली में तैनात आरक्षी तुषार चौधरी एक वीडियो के माध्यम से उसे ब्लैकमेल करते हुए उसका मानसिक शोषण कर रहा है।
एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ पटियाली द्वारा महिला दारोगा द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि करते हुए एक रिपोर्ट एसपी कासगंज को प्रेषित की थी। जिसके बाद एसपी के आदेश पर
कोतवाली गंजडुंडवारा में आईपीसी की धारा 354/ 384 /और 509 में आरोपी सिपाही तुषार चौधरी और उसके दोस्त उदित उर्फ सुमित निवासी भोरा खुर्द जनपद मुजफ्फरनगर और प्यारे मियां निवासी सुजावलपुर थाना गंजडुंडवारा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया। वहीं तुषार को गिरफ्तार कर थाने से ही जेल भेजा जा रहा है। वहीं सिपाही तुषार का साथ देने वाले तीन हेडकांस्टेबलों को निलबिंत कर दिया है। और मामले की प्रारंभिक जांच अपर पुलिस अधीक्षक कासगंज को सौंप दी है। यह कासगंज एसपी की एक बडी कार्रवाई मानी जा रही है।