उत्तर प्रदेश फतेहपुर मुख्य विकास अधिकारी सत्य प्रकाश की अध्यक्षता में विकास भवन परिसर में जनपद स्तरीय खरीफ गोष्ठी एवं तिलहन मेला का आयोजन किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने दीप प्रज्जवलन कर गोष्ठी/मेला का शुभारम्भ किया गया। गोष्ठी/तिलहन मेला में कृषि,उद्यान,खादी ग्रामोद्योग,बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, पशुपालन,इफको, मिश्रा बीज भण्डार,मत्स्य, रेशम,पी0जी0एस0 प्रमाणित जैविक उत्पाद,मृृदा परीक्षण,प्रधानमंत्री फसल बीमा दित्यांगजन सशक्तीकरण आदि विभागों द्वारा स्टाल लगाये गये थे,जिनका निरीक्षण किया गया। उन्होंने ने खरीफ के लिये की गयी तैयारी की समीक्षा के साथ ही जनपद के किसानों से फीडबैक भी लिया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने गोष्ठी में आये हुए लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की जनपद स्तरीय खरीफ गोष्ठी के आयोजन का मुख्य उद्देश्य किसानों के सुझाव एवं उनकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करना है। खरीफ हेतु आवश्यक निवेश, बीज, उर्वरक आदि की पर्याप्त उपलब्धता किसानों के पास समय से पहुॅंच जाए। उन्होने कहा कि वर्तमान में धान की रोपाई का कार्य चल रहा है, को दृष्टिगत रखते हुये निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति की जाये। उन्होंने कहा कि दलहनी एवं तिलहनी फसलों की खेती को बढावा दिये जाने की आवश्यकता है। इनके द्वारा कहा गया कि बीज शोधन करके ही बोआई करें उससे रोग लगने की सम्भावना नहीं रहती है और उत्पादन में बढोत्तरी होती है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किसानों की समस्याओं को सुना और प्राप्त शिकायतों का ससमय निरस्तारण करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।

गोष्ठी के प्रारम्भ में कृषि वैज्ञानिकों एवं प्रगतिशील किसानों के द्वारा वैज्ञानिक खेती किये जाने के सम्बन्ध में किसानों को जानकारी दी गयी। वैज्ञानिकों के द्वारा कम लागत में अधिक उत्पादन किये जाने के उपायों के बारे में विस्तार से कृषकों को जानकारी दी गयी तथा कृषकों को फसल चक्र अपनाने, बीज शोधन, प्राकृतिक खेती, मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढाने सहित अन्य तकनीकी के बारे में विस्तार से जानकरी दी गयी। गौ आधारित प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता डा0 विनोद कुमार सचान द्वारा विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध करायी गयी। डा0 सचान द्वारा प्रदर्शन के माध्यम से बीजामृत, जीवामृत, घनामृत, दशपर्णी आदि का प्रदर्शन कराते हुये कृषकों को गौ आधारित प्राकृतिक खेती करने के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक जानकारी उपलब्ध करायी गयी।
इस मौके पर आयोजित गोष्ठी में कृषकों को कृषि की उन्नत तकनीकी एवं विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। उप कृषि निदेशक ने किसानों से फसल का बीमा अनिवार्य रूप से कराने की बात कही और फसल की बुआई लाइन में करने हेतु पे्ररित किया जिससे अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सके। उद्यान,पशुपालन,मत्स्य,लघु सिंचाई आदि विभागों द्वारा किसानों को अपने विभाग की जानकारी दी गयी। कृषि विज्ञान केन्द्र थरियाॅंव के वैज्ञानिक डा0 जगदीश किशोर द्वारा किसानों को नवीनतम फसल तकनीकी,फसल सुरक्षा, कम लागत में अधिक आय प्राप्त करने एवं फसल सुरक्षा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी।
खरीफ वर्ष 2021 में धान की फसल में हुयी क्षति हेतु जनपद के सर्वाधित क्षतिपूति राशि पाने वाले पाॅंच बीमित कृषक क्रमशः रामप्रताप पुत्र रामराज को रू0 61670-00, शिवप्रताप पुत्र अर्जुन को रू0 54534-00, सुरेन्द्र पुत्र रामविशाल को रू0 53256-00, राजेन्द्र प्रसाद पुत्र बाबू लाल को रू0 52841-00 एवं रामसजीवन पुत्र बाबू लाल को रू0 53405-00 का मुख्य विकास अधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर खरीफ गोष्ठी/तिलहन मेला में कृषि विभाग एवं कृषि से सम्बद्व विभिन्न विभागों के अधिकारी,कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया।

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