उत्तर प्रदेश के ललितपुर जनपद निवासी विष्णु तिवारी को किसी से नही अपने भगवान से ही शिकायत है। उनके साथ हुआ ही कुछ इस तरह है जिससे वह शिकायत करें तो किससे करे।आपको बताते चले विष्णु तिवारी ने बताया कि बिना जुर्म के ही उसको 20 वर्ष की सजा हो गई थी। वह 20 साल जेल में रहने के बाद बाहर निकला तो एक बार फिर से अपनी जिंदगी को संवारने की कोशिश किया।

शादी कर अपना घर बसाने की सोची तो शादी करने वालो से सम्पर्क किया। शादी कराने की ज़िम्मेदारी किसी गुड्डू कुर्मी नामक दलाल ने ले लिया बदले में 20 हज़ार रुपए की माँग किया। और एक लाख लड़की के पिता को देने की बात कही रुपए देने के लिए विष्णु तिवारी तैयार हो गया। उसके बाद विष्णु तिवारी व राजकुमारी नामक महिला ने अपने पिता और दो पंडितो की मौजूदगी में दोनो ने शादी कर लिया। दूसरे दिन कोर्ट मैरिज करने मुख्यालय दोनो पहुँचे वही शादी कराने वाला गुड्डू कुर्मी मिल गया। गुड्डू कुर्मी ने विष्णु तिवारी को पानी लेने भेज दिया। जब विष्णु तिवारी पानी लेकर वापस आया तो दोनों वहाँ से भाग चुके थे।


काफी खोज बीन करने के बाद उसे एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गया है।
अब तो विष्णु तिवारी यही कहता फिर रहा है।
भगवान किस कसूर की दी है मुझे सजा
अगर यह जिंदगी है तो फिर जिंदगी में है क्या????

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