उत्तर प्रदेश झांसी जिले में दौरे पर पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने जेल में बंद बन्दियों को दिया तोहफा। रक्षा बंधन में सूनी नही रहेगी किसी भी बन्दी कलाई। प्रदेश भर के जेल अधीक्षकों को दिया निर्देश कि रक्षाबंधन के मौके पर जो बहनें जेलों में राखी बांधने जाएं उन्हें राखी बांधने दिया जाए। मंत्री ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जेलों में मिलाई करने आने वाली महिलाओं से कहता हूं रक्षाबंधन पर एक राखी नहीं लानी है, दस-दस, बीस-बीस राखियां लानी है। बाकी जो बंदी हैं, उन्हें भी बांधनी हैं।
मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि जेल प्रशासन से हमने कहा है कि कोई भी कैदी बिना राखी के न रहे। किसी बैरक में कुछ लोगों को राखी बंध जाए तो बाकियों को मायूसी होगी कि उनका दुनिया में कोई नहीं है। हमारा प्रयास है कि इस बार हमारे जितने कैदी है, उन सभी को राखी बंधे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश में दया याचिका की 1200 फाइलें थीं, जिनमें से 700 लोग छोड़े जा चुके हैं। अभी 2800 कैदी छोटे-छोटे मामलों में बंद थे, वे छोड़े जा चुके हैं। अर्थदंड के आभाव में 135 कैदी बंद थे, उन्हें रिहा करवाया गया। सात-आठ हजार के जुर्माने के लिए लोग सालों से जेल में बंद थे। जेलों में गरीब नौजवानों की संख्या अधिक है। इन्हें एमएसएमई के माध्यम से रोजगार से जोड़ने की कोशिश होगी।