उत्तर प्रदेश फतेहपुर ऑनलाइन ठगी के शिकार तीन पीड़ितों के 6 लाख 13 हजार 58 रूपये की धनराशि साइबर क्राइम पुलिस द्वारा आवेदकों के बैंक खाते में वापस कराया गया। 13 फरवरी को जिले के ईसेपुर आलमपुर हाल पता सदर कोतवाली क्षेत्र के ओमकार नगर वीआईपी रोड निवासी अनिल कुमार उत्तम के पुत्र अनुराग उत्तम द्वारा पुलिस कार्यालय में उपस्थित होकर पुलिस अधीक्षक को सम्बोधित प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि आनलाइन ट्रेडिंग करने की बात बताकर आवेदक से नौ लाख चौतीस हजार रूपया आनलाइन माध्यम से ट्रांसफर करा लिये गये व कोई लाभ नही दिया। पुलिस अधीक्षक के द्वारा साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम को त्वरित कार्यवाई के लिए आदेशित किया गया। जिसमें कार्यवाई करते हुए आवेदक से ट्रांसफर हुये रूपयो का विवरण प्राप्त करते हुये तत्काल सभी बैंको के अधिकारियों से वार्ता करते हुये उन्हे प्रकरण से अवगत कराया गया था। उसके बाद पूर्व में आवेदक के तीन लाख सत्तर हजार रुपये वापस कराये गये थे एवं अन्य रूपयों के बरामदगी हेतु सार्थक प्रयास लगातार जारी थे। इसी क्रम में दिनांक 03 मई को शेष बचे कुल 5 लाख 64 हजार रूपये भी सकुशल आवेदक के बैंक खाते में वापस करा दिया गया है। आवेदक की सम्पूर्ण धनराशि (9 लाख 34 हजार रूपये) आवेदक के खाते में वापस करा दी गई है।

वही 5 अप्रैल को शदर कोतवाली क्षेत्र के शान्तिनगर निवासी अवधेश सोनी के पुत्र विकास सोनी द्वारा साइबर पोर्टल के माध्यम से प्रार्थना पत्र भेजा गया था कि अज्ञात व्यकित द्वारा उन्हे काल करके उनके खाते से 25058 रूपये ट्रांसफर कर लिये गये। साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम द्वारा तत्काल कार्यवाई करते हुए बैंक के नोडल अधिकारी व फ्लिपकार्ट नोडल से समन्वय स्थापित करते हुये नियमानुसार कुल 25058 रूपये सकुशल आवेदक उपरोक्त के बैंक खाते में वापस कराया गया। और 17 मार्च को खागा कोतवाली क्षेत्र रेलवे कालोनी निवासी मनराखन सिंह के पुत्र हरिओम सिंह द्वारा पुलिस कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया गया था कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा उन्हे काल करके उनके क्रेडिट कार्ड से पचहत्तर हजार रूपये ट्रांसफर कर लिये गये। साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम द्वारा तत्काल कार्यवाई करते हुए बैंक के नोडल अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुये नियमानुसार विधिक कार्यवाई करते हुये 24000 रूपये सकुशल आवेदक उपरोक्त के क्रेडिट कार्ड में खाते में वापस कराया गया है। शेष रूपयों की बरामदगी के सम्बन्ध में कार्यवाई जारी है। खाते में अपनी अपनी गाढी कमाई की धनराशि वापस पाने के बाद सभी आवेदकों द्वारा साइबर क्राइम पुलिस थाना में आकर पुलिस अधीक्षक एवं साइबर क्राइम पुलिस थाना के अधिकारी/ कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कृत कार्यवाही की भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी तथा आभार प्रकट किया गया।

वही जनमानस से अपील की जाती है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को ओटीपी, डेबिट कार्ड/केडिट कार्ड डिटेल एवं यूजर आईडी पासवर्ड शेयर न करें, चाहें वह बैंक कर्मी हो या ट्रेजरी आफिसर या अन्य कोई। कोई व्यक्ति यदि बातों-बातों में आपसे कोई रिमोट एक्सेस एप जैसे- क्वीक सपोर्ट, एनीडेस्क आदि डाउलोड करने को कहे तो कदापि डाउनलोड न करें। विभिन्न माध्यमो जैसे एसएमएस, ई-मेल, व्हाट्सएप मैसेज आदि पर प्रसारित / प्राप्त हो रहे लिंक को न खोलें। किसी भी प्रकार की साइबर क्राइम सम्बन्धी शिकायत को दर्ज करने हेतु नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in या टोल फ्री नं0 1930 डायल करें या अपने बैंक को घटना के सम्बन्ध में अवगत कराते हुये नजदीकी थाने की साइबर सेल में सम्पर्क करे।
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