फतेहपुर। जिले में मंगलवार की भोर पहर आगनबाडी महिला सहायिका की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की सूचना पर पहुंची जीआरपी ने मृतिका के शव की शिनाख्त होने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के अनुसार थारियावं थाना क्षेत्र के हसवा कस्बे के खेलदार मोहल्ला निवासी 50 वर्षीय विधावती पत्नी छोटे लाल रैदास की पत्नी का 1985 में हसवा प्रथम में आगंनबाडी सहायिका पद पर चयन हुआ था। पति छोटे लाल ने बताया कि पत्नी को मानसिक संतुलन बिगड़ जाता था। कानपुर से दिमाग वाले डाक्टर से इलाज चल रहा था। अचानक बीती रात को बिना बताये वह घर से निकल गई। रात भर खोजबीन किया गया। लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। सुबह फैजूल्लापुर रेलवे स्टेशन से सूचना मिली कि एक महिला का शव बरामद किया गया। घटना की सूचना पा कर मृतक के पति छोटे लाल ने जीआरपी पुलिस को बताया कि मानसिक संतुलन बिगड़ जाता था।इलाज चल रहा है। बीती रात घर से बिना बताये निकल गई है। अपनी पत्नी विधावती के रूप पहचान कर ली। मौत की खबर सुनते ही बडे़ बेटा कुलदीप कुमार, पुत्री अनीता देवी, छोटा पुत्र प्रदीप कुमार और बहु ललिता देवी, पूजा देवी नातिन रिषभ, प्रायंशू रो रो कर बेहाल है। इस मामले पर जीआरपी एस आई वीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि फैजूल्लापुर रेलवे स्टेशन अप लाइन खंम्भा नंबर 6 और 7 के बीच में ट्रेन की टक्कर से महिला की मौत हो गई। हसवा गाँव की मृतक महिला की शिनाख्त हो गई है। पति ने बताया कि आगनबाडी सहायिका पद पर कार्यरत थी।लेकिन 10 वर्षों से मानसिक संतुलन बिगड़ जाता था। रात अचानक घर निकल गई थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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