उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले की बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के कानपुर बाँदा मार्ग पर स्थित फरीदपुर गाँव की मोड के समीप तेज रफ्तार डीसीएम ने बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रहे ई-रिक्से को ज़ोरदार टक्कर मार दिया। जिससे जिससे रिक्सा चालक और एक छात्रा की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। बाकी 5 छात्राएं गम्भीर रूप से घायल हो गई। हादशे के बाद लोगो की भीड़ जमा हो गई घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल छात्राओ को इलाज के लिए नज़दीकी स्स्वास्थ केंद्र पहुंचाया। ई-रिक्शा में सवार पांच बच्चे घायल हो गए। वही ई-रिक्शा चालक के शव को मौके से सीधे मर्चरी हाउस भेजने से नाराज परिजनों तथा ग्रामीणों ने चौराहे में जाम लगा दिया।
जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के बाराती नगर मोहल्ला निवासी छात्राएं ई-रिक्शा में सवार होकर कोतवाली क्षेत्र के फरीदपुर मोड़ पर स्थित चिल्ड्रन पब्लिक स्कूल में पढ़ने जा रही थी। जब रिक्सा स्कूल के समीप पहुंचा तभी बिंदकी की ओर से जा रहे तेज रफ्तार डीसीएम ने रिक्से को ज़ोरदार टक्कर मार दिया। जिससे ई-रिक्शा चला रहा कोतवाली क्षेत्र के काजी खेडा गाँव निवासी राज बहादुर पाल 38 वर्षीय पुत्र सुनील कुमार पाल और कोतवाली क्षेत्र के बराती नगर मोहल्ला निवासी विमल कुमार की 8 वर्षीय पुत्री जो यूकेजी की छात्रा सृष्टि की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। वही रिक्से पर सवार छवि उम्र 12 वर्ष पुत्री विजय नारायण दैविक गौतम उम्र 11 वर्ष पुत्र दयाराम कार्तिकेय गौतम उम्र 13 वर्ष पुत्र दयाराम वैभवी उम्र 11 वर्ष पुत्री विजय नारायण रुद्रांश उम्र 5 वर्ष पुत्र राज कपूर सभी निवासी मोहल्ला बाराती नगर कस्बा बिंदकी घायल हो गए। सभी बच्चे ई रिक्शा में बैठकर चिल्ड्रन पब्लिक स्कूल पढ़ने के लिए जा रहे थे तभी रास्ते में दुर्घटना हो गई बताया जाता है कि मृतक सृष्टि देवी यूकेजी की छात्रा थी जबकि कार्तिकेय गौतम कक्षा 7 का छात्र है वैभवी कक्षा 5 की छात्रा है अदिति कक्षा 7 का छात्र है दैविक गौतम कक्षा 4 का छात्र है रुद्रांश यूकेजी का छात्र है। दुर्घटना के बाद ई रिक्शा चालक सुनील के परिजनों तथा ग्रामीणों ने ललौली चौराहा जाम कर दिया उनका कहना था कि दुर्घटना के बाद मृतक ई रिक्शा चालक का शव दुर्घटना स्थल से जल्द सीधे मर्चरी हाउस फतेहपुर भेज दिया गया परिजनों तथा ग्रामीणों का इंतजार नहीं किया गया हालांकि पुलिस ने थोड़ी देर में ही जाम को खुलवा दिया। अधूरा बाईपास बना दुर्घटना का कारण अधूरे बाईपास का निर्माण कार्य बहुत धीमी गति से होने के कारण भारी वाहन नगर के अंदर से निकाला जिसके चलते दो लोगों की जान चली गई और पांच बच्चे घायल हो गए बताते चले की अधूरे बाईपास का निर्माण पिछले माह पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन ठेकेदार द्वारा लगातार लापरवाही बढ़ती जा रही है जिसका नतीजा रहा की कच्ची बड़े मार्ग में दलदल भर गया और बाईपास का आवागमन बंद हो गया भारी वाहन भी नगर के अंदर से निकलने लगे थे जिसके कारण गुरुवार की सुबह एक बड़ा हादसा हो गया जिसमें ई रिक्शा चालक और एक छात्रा की मौत हो गई जबकि पांच बच्चे गंभीर घायल हो गए।
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