उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले ऑनलाइन माध्यम से साइबर ठगी के शिकार कुल चार पीडितो के 2 लाख 58 हजार 722 रूपये की धनराशि पुनः बैंक खाते में वापस कराया गया। साइबर अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी नियन्त्रण हेतु पुलिस अधीक्षक फतेहपुर के निर्देशन में एनसीआरपी पोर्टल एवं पीड़ितों द्वारा दिये गये शिकायती प्रार्थना पत्र की जाँच के अनुक्रम में साइबर क्राइम पुलिस थाना जनपद टीम द्वारा सार्थक प्रयास करते हुये माह जनवरी में चार पीड़ितो के कुल 2,58,722/- रूपये की धनराशि आवेदको के बैंक खाते में पुनः वापस कराया गया। शिकायतकर्ताओं द्वारा जनपदीय उच्चाधिकारियों व साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम का आभार व्यक्त किया गया। 11 दिसम्बर 24 को आवेदक राजेश सिंह लोधी द्वारा साइबर क्राइम थाना में उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर बताया अज्ञात व्यक्तियो द्वारा उनके पंजाब नेशनल बैंक खाते से नौ लाख रूपये से अधिक की धनराशि आनलाइन माध्यम से ट्रांसफर कर लिये गये है जिसकी जानकारी उन्हे मैसेज आने पर हुई। पुलिस अधीक्षक के द्वारा भी साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम को त्वरित कार्यवाई हेतु आदेशित किया गया जिस पर तत्काल अभियोग पंजीकृत करते हुये आवेदक से ट्रांसफर किये गये रूपयो का विवरण प्राप्त करते हुये संल्पित खातो का फ्रीज कराया गया तथा माननीय न्यायालय से आदेश प्राप्त कर ठगी गई धनराशि में से (1,58,535/- रू) आवेदक के खाते में सकुशल वापस करा दी गई। शेष अन्य रूपयो को रिकवर करने के सम्बन्ध में भी सार्थक कार्यवाही प्रचलित है। 17 नवम्बर 24 को आवेदक राहुल कुमार द्वारा साइबर क्राइम थाना में उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर बताया उनका मोबाइल कही गुम हो गया जिसके उपरान्त उनके खाते से 50,000/- रूपये की धनराशि आनलाइन माध्यम से ट्रांसफर कर लिया गया। साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम द्वारा त्वरित कार्यवाई करते हुये आवेदक से ट्रांसफर किये गये रूपयो का विवरण प्राप्त करते हुये संल्पित खाते को फ्रीज कराया गया तथा न्यायालय से आदेश प्राप्त कर ठगी गई सम्पूर्ण धनराशि आवेदक के खाते में सकुशल वापस करा दी गई। 30 सितम्बर 24 को आवेदक विजयपाल द्वारा साइबर क्राइम थाना में उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर बताया अज्ञात व्यक्तियो द्वारा उन्हे काल कर गंदी वीडियो देखने तथा पुलिस में शिकायत दर्ज होने की बात बताकर उससे करीब 57 हजार रूपये की धनराशि आनलाइन माध्यम से ट्रांसफर करा लिया गया। साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम द्वारा त्वरित कार्यवाई करते हुये अभियोग पंजीकृत कर घटना में संलिप्त एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया तथा प्राप्त साक्ष्यों तथा आवेदक से ट्रांसफर किये गये रूपयो का विवरण प्राप्त करते हुये संल्पित खाते को फ्रीज कराया गया तथा माननीय न्यायालय से आदेश प्राप्त कर ठगी गई धनराशि में से (30,187/- रू) आवेदक के खाते में सकुशल वापस करा दी गई। 7 नवम्बर 24 को आवेदक सुभाषचन्द्र द्वारा एनसीआरपी पोर्टल शिकायत दर्ज कर बताया गया कि अज्ञात व्यक्तियो द्वारा उनके खाते से 20,000/- रूपये की धनराशि आनलाइन माध्यम से ट्रांसफर करा लिया गया। साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम द्वारा त्वरित कार्यवाई करते हुये आवेदक से ट्रांसफर किये गये रूपयों का विवरण प्राप्त करते हुये संल्पित सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया खाते को फ्रीज कराया गया तथा ठगी गई सम्पूर्ण धनराशि (20,000/- रू) आवेदक के खाते में सकुशल वापस करा दी गई। जनमानस से अपील की जाती है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को ओटीपी, डेबिट कार्ड/केडिट कार्ड डिटेल एवं यूजर आईडी पासवर्ड शेयर न करें, चाहें वह बैंक कर्मी हो या ट्रेजरी आफिसर या अन्य कोई । कोई व्यक्ति यदि बातों-बातों में आपसे कोई रिमोट एक्सेस एप जैसे- क्वीक सपोर्ट, एनीडेस्क आदि डाउलोड करने को कहे तो कदापि डाउनलोड न करें। विभिन्न माध्यमो जैसे एसएमएस, ई-मेल, व्हाट्सएप मैसेज आदि पर प्रसारित / प्राप्त हो रहे लिंक को न खोलें। किसी भी कम्पनी का कस्टमर केयर नम्बर गूगल पर सर्च करके प्रयोग में न लायें नम्बर प्राप्त करने हेतु उस कम्पनी द्वारा उपलब्ध कराये गये डाक्यूमेंट को देखें या केवल आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध नम्बर का प्रयोग करें । एटीएम से पैसे निकालते समय ध्यान रखें कि कोई दूसरा व्यक्ति आपका एटीएम कार्ड बदल न पायें एवं पैसा निकालने से पूर्व उस मशीन में स्किमर एवं कैमरा न लगा हो चेक कर ले । अपने मोबाइल को किसी अनजान व्यक्ति को कदापि न दें । विभिन्न सरकारी आवास योजनाओ का लाभार्थी बताकर यदि कोई पैसे मांगे तो कदापि पैसे न दे । यदि आपके मोबाइल नंबर पर मैसेज या काल आता है कि आपके दोस्त/रिश्तेदार ने रुपये भेजे है, उसे रिसीव कर ले या आप उस लिंक को क्लिक करें तो आपके खाते में राशि आ जाएगी तो ध्यान रखे कि यह काल आनलाइन फ्रॉड की भी हो सकती है और इस पर क्लिक करने से आपके खाते से रूपये कट सकते है, अतः जाँच परख के बाद ही लेन देन करे । आधार कार्ड (AEPS) के माध्यम से पैसा निकालने के लिये रजिस्टर्ड सीएसपी का उपयोग करें। किसी भी प्रकार की साइबर क्राइम सम्बन्धी शिकायत को दर्ज करने हेतु नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in या टोल फ्री नं0 1930 डायल करें या अपने बैंक को घटना के सम्बन्ध में अवगत कराते हुये नजदीकी थाने की साइबर सेल में सम्पर्क करे।
नोट:- पूरे महीने का विज्ञापन बुक कराए कम कीमत में सम्पर्क करें। 9044684414

By