उत्तर प्रदेश प्रतापगढ़ जिले के मानिकपुर थाना क्षेत्र के कस्बे में स्थित एक विद्यालय के स्थापना के 50 वर्ष पूरा होने पर तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया समारोह में पूर्व मंत्री व सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने मुख्य आतिथ्य के रूप में शिरकत करते हुए दीप प्रज्वलन कर महात्मा बुद्ध की स्तुतिकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षा का पवित्र मंदिर सभी जाति भाषा धर्म व संप्रदाय के लोगों के लिए शिक्षा का समान अवसर प्रदान करता है। जबकि अलग-अलग धर्मों के मंदिर में सिर्फ उसी धर्म के लोगों की आस्था का केंद्र होता है। विद्या का मंदिर सभी के लिए बराबर है, तो फिर अभिभावक बेटा और बेटियों की शिक्षा में भेदभाव क्यों करते हैं।
आज के युग में बेटियां हर क्षेत्र में बेटों से आगे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। तो फिर उन्हें बराबर अवसर दिया जाना चाहिए। क्योंकि शिक्षा से ही सब कुछ हासिल किया जा सकता है। गरीब का बेटा भी शिक्षा ग्रहण कर शासन प्रशासन में ऊंचे ऊंचे पदों को हासिल कर सकता है। इसलिए शिक्षा का जीवन में विशेष महत्व है।
उन्होंने आगे कहा कि विद्यालय के प्रबंधन तंत्र की मांग पर इस इंटर कॉलेज के नए भवन के निर्माण के लिए 10 लाख रुपए विधायक निधि से देने की घोषणा की तथा डिग्री कॉलेज बनाए जाने के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी, हर संभव मदद होगी। भाजपा सदर विधायक राजेंद्र प्रसाद मौर्य ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य से संघर्ष की प्रेरणा मिलती है।
राजनीति अलग-अलग परंतु सामाजिक कार्य समाज के लोगों के साथ एक हैं। विद्यालय के बाल कलाकार छात्र-छात्राओं द्वारा शिक्षा पर आधारित सावित्रीबाई फुले पर आधारित शिक्षाप्रद नाट्य का मंचन किया गया तथा बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।
समारोह को विद्यालय के प्रबंधक रामेश्वर सिंह मौर्य, अध्यक्ष डॉक्टर आरपी मौर्य, प्रधानाचार्य रामपाल मौर्य, डॉ बीके गुप्ता, रामअचल मौर्य, राम सजीवन मौर्य, राम दुलारे मौर्य ने भी समारोह को संबोधित किया। इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव, डॉ विजय यादव, पूर्व चेयरमैन नवल किशोर मौर्य, रामनरेश मौर्य, बीपी मौर्य, रमेश मौर्य, पंकज मौर्या समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
