उत्तर प्रदेश बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के नगर में शनिवार को घटी एक दर्दनाक घटना ने सभी की आंखें नम कर दीं। नगर के मौहल्ला जटियान में एक पुत्र की सांस अपने पिता की मृत्यु के चन्द घण्टों बाद ही थम गईं। इस घटना से पूरी बस्ती में कोहराम मच गया। नगर के मौहल्ला जटियान में लगभग 53 वर्षीय राजेंद्र प्रजापति मजदूरी कर किराये के घर में परिवार का पालन-पोषण करते थे। घर में राजेन्द्र की पत्नी कमलेश तीन पुत्र बब्लू, धर्मेंद्र और पंकज और तीनों पुत्रवधु रहती थीं। पिछले कुछ माह से राजेन्द्र बीमार चल रहे थे और शनिवार की शाम उनका निधन हो गया। राजेन्द्र की मौत के कुछ घण्टों बाद ही उसके पुत्र पंकज प्रजापति (25 वर्ष) की हालत भी बिगड़ गई जिसे नजदीक के सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पंकज पेशे से ड्राइवर था और लगभग एक वर्ष पूर्व अहोई अष्टमी वाले दिन उसका चाँदौक दोराहे के निकट बाइक पर जाते समय एक्सीडेंट हो गया था। इस हादसे के बाद से वह भी लगातार अस्वस्थ रहने लगा। परिजनों के मुताबिक जब पंकज को पिता के निधन की जानकारी मिली तो वह गहरे सदमे में चला गया और चन्द घण्टों के अंतराल में ही राजेन्द्र की पत्नी कमलेश और पंकज की पत्नी रेखा की मांग का सिंदूर उजड़ गया और पूरे घर की खुशियां तहस नहस हो गईं।

इस घटना से पूरे परिवार में कोहराम मच गया और बस्ती में मातम पसरा रहा। पंकज अपने पीछे पत्नी रेखा और लगभग दो वर्षीय पुत्र पीयूष सहित पूरे परिवार को रोता छोड़ गया। राजेन्द्र की पुत्री सर्वेश और कामिनी का भी रो रोकर बुरा हाल हो गया। रविवार की सुबह जब पिता-पुत्र की अर्थियां एक साथ उठीं, तो नगर का पूरा माहौल गमगीन हो उठा। गली में चीख-पुकार और रोने की आवाज़ें गूंज उठीं। दोनों के पार्थिव शरीरों को एक साथ अनूपशहर के मस्तराम घाट पर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। : – बुलंदशहर से मनोज गर्ग की रिपोर्ट
                    