देश व सूबे की सरकार यानी बीजेपी सरकार जहाँ एक तरफ स्वास्थ सेवाओ को लेकर गम्भीर हैं। सरकारी सुविधाओ को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिये हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। मगर जिले में बैठे आला अधिकारियो के लिये सायद जनता की पीड़ा से कोई लेना देना नहीं है। इनको तो सिर्फ ऑफिसों में बैठ कर कुर्सी तोड़ना और महीने में मिलने वाले मोटे वेतन से मतलब है।
सरकार सरकारी अस्पतालों में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने में प्रयासरत है। जिससे गरीबो को भी सही इलाज मिल सके उनको बाहर न भटकना पड़े। मगर सब कुछ करने के बाद भी सरकारी अस्पताल की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुयी हैं जो किसी हाथी दांत से काम नहीं।
यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के जिला अस्पताल का है। जहाँ दूर दराज़ गाँव देहात से चलकर मरीज़ व उसके तिमारदार आते है कि उनके मरीज़ को जिला अस्पताल में बेहतर इलाज मिलेगा। मगर यहाँ आने पर उनका सामना हकीकत से जब होता है। जब उनको डॉक्टर द्वारा लिखी गई जाँच व एक्सरे के लिए बिजली आने का इन्तिज़ार करना पड़ता है।
आपको बता दें किसनपुर से चलकर इलाज कराने आयीं सरिता देवी को डॉक्टर ने एक्सरा करवाने के लिख दिया। एक्सरा तो हो गया मगर रिपोर्ट नही मिली क्यो की रिपोर्ट मिलने से पहले बिजली चली गई। वह डेढ़ घंटे से बिजली आने का इंतिज़ार कर रहीं थी। उसी तरह खागा से चलकर आये पंकज यादव ने बताया हमारा एक्सरे तो हो गया है पर बिजली न होने के चलते रिपोर्ट नही मिली डेढ़ घण्टे से बिजली आने का इंतिज़ार कर रहे है।
यही हाल पैथोलॉजी में भी देखने को मिला लोग ब्लड जाँच की रिपोर्ट लेने के लिए घंटो से बिजली आने के इंतिज़ार में खड़े डी० के० सिंह, संतलाल मौर्या आदि लोगो ने बताया बिजली न होने के चलते हम लोगो को ब्लड जाँच रिपोर्ट नही मिल रही।
वही जब इस सम्बंध में जिला अस्पताल के सीएमएस पी० के० सिंह के ऑफिस में जाकर उनसे बात करनी चाही तो वह ऑफिस में नही मिले न ही आवास पर मिले और उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ था। जब कि जिला अस्पताल में बिजली न होने पर जनरेटर की ब्यवस्था है।
मरीज़ों को कही बाहर न जाना पड़े समय से उनकी जाँच और उसकी रिपोर्ट मिल जाए। अब अगर डेढ़ घंटे मरीज़ बिजली आने का इंतिज़ार करेगा तो डॉक्टर के बैठने का समय समाप्त हो जाएगा तो मरीज़ को दूसरे दिन फिर अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ेंगे।
नोट:- पूरे महीने का विज्ञापन बुक कराए कम कीमत में सम्पर्क करें। 9044684414