उत्तर प्रदेश प्रतापगढ़ जिले के मानिकपुर थानां क्षेत्र में मृतक युवक के शव को विद्युत उप केंद्र ले जाते समय पुलिस की झड़प के बाद गांव के पास ही धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर अधिकारियों के आर्थिक सहयोग के आश्वासन पर मृतक युवक के शव का अंतिम संस्कार पुलिस की कड़ी पहरेदारी के बीच किया गया। बता दे मानिकपुर थाना क्षेत्र के केशवपुर गांव निवासी अनिल कुमार पटेल बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के आदेश पर बिजली विभाग का कार्य क्षेत्र में करता था।
बीते 13 जून को बिजली के खंभे पर चढ़कर लाइन ठीक करते समय अचानक विद्युत करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी लखनऊ में मौत हो गई थी। परिजन बुधवार को शव को लेकर मानिकपुर थाना में धरना प्रदर्शन किया था। सायंकाल शव को लेकर परिजन व ग्रामीण घर वापस चले गए थे। दूसरे दिन गुरुवार की सुबह बड़ी संख्या में परिजन व ग्रामीण शव को लेकर गढ़ी मानिकपुर विद्युत उपकेंद्र पर धरना प्रदर्शन करने जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली तो प्रदर्शनकारियों को डंडा पटकाकर शव यात्रा में शामिल लोगों को खदेड़ दिया। पुलिस की रवैया से नाराज होकर ग्रामीणों शव को लेकर गांव पहुंचे, जहां गांव के पास नहर पुल व सड़क पर शव रखकर धरने पर बैठ गए। जानकारी पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।
सूचना पर कुंडा नवाबगंज व मानिकपुर थाना प्रभारी समेत एसडीएम सतीश चंद्र त्रिपाठी क्षेत्राधिकारी अजीत कुमार सिंह धरना सभा पहुंचकर गुस्साए लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया। तब परिजन मुख्यमंत्री को संबोधित उच्च अधिकारी को मांग पत्र सौंप कर मांग की, कि मृतक आश्रित को 2500000 रुपए की आर्थिक मदद की जाए। शाम तक की विधवा पत्नी सुनीता देवी को विभागीय नौकरी दी जाए अधिकारियों के आश्वासन पर ज्ञापन शॉप कर अंतिम दाह संस्कार के लिए पुलिस की कड़ी पहरेदारी के बीच मानिकपुर गंगा राजघाट पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर राजा भैया प्रतिनिधि हरि ओम शंकर श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष पति कुलदीप पटेल, ब्लॉक प्रमुख संतोष सिंह, जिला पंचायत सदस्य विनोद पटेल, रामप्यारे तथा थाना मानिकपुर प्रभारी निरीक्षक मनीष कुमार पांडे, नवाबगंज प्रभारी निदेशक सुधीर कुमार सोनी व कुंडा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक उदयवीर सिंह समेत बड़ी संख्या में प्रशासन के लोग व बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला या पुरुष मौजूद रहे।: – शाहबाज खान की खास रिपोर्ट
