उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले की सदर कोतवाली क्षेत्र में शिया हज़रत ने आज नौहाख्वानी और मातम करके पुरसा पेश किया। वही डॉक्टर अब्बास रिज़वी ने बताया की आज 7 मुहर्रम को हज़रत इमाम हुसैन अ.स के तेरह साल के भतीजे जनाबे क़ासिम की शहादत के लिए याद किया जाता है। आज उनकी याद मे फतेहपुर के सय्यदवाड़ा मुहल्ले से पलंग का जुलूस निकाला गया जिसमे अज़ादारो ने पूरी अक़ीदत के साथ नौहाख्वानी और मातम करके पुरसा पेश किया जाता है। मुहर्रम आतंकवाद के खिलाफ एक आंदोलन है। इमाम हुसैन अ.स ने उस दौर के सबसे बड़े आतंकवादी यज़ीद की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाई थी, जिस वजह से आज इमाम हुसैन पूरी दुनिया मे इंसानियत के रहनुमा की तरह जाने जाते हैं, इस मौक़े पर शोएब हसनी, इतरत, शोज़ब, असद, अज़हर, रमीज़ जाफ़री और हज़ारो की संख्या मे ज़ायरीन उपस्थित रहे