उत्तर प्रदेश मथुरा जिले की मांट तहसील के मानागढ़ी में किसान महापंचायत का सफल आयोजन संपन्न हुआ। जिसमे इंद्र देव की तेज बारिश भी न हिला सकी किसानों का हौसला। महापंचायत में मुख्य अतिथि राकेश टिकैत मौजूद रहे। बारिश के मौसम में भी किसान सरदारी व पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे साथ ही पुलिस विभाग के आला अधिकारी एवं पुलिस बल बड़ी तादाद में सभा स्थल पर मौजूद रहे। किसान महापंचायत में विभिन्न बिंदुओं पर बिंदुवार विशेष चर्चा रही किसान पंचायत का आयोजन मानागढ़ी किसान सरदारी द्वारा किया गया।

किसान पंचायत की अध्यक्षता भट्टा पारसौल निवासी पूरन सिंह आर्य व संचालन ललित शर्मा ने किया। मानागढ़ी किसान सरदारी ब कार्यक्रम आयोजक समिति ने चौधरी राकेश टिकैत के चांदी का मुकट ब पगड़ी बांध कर स्वागत किया। साथ ही सभी गणमान्य अतिथियों का पगड़ी बांध कर आगमन पर स्वागत किया। किसान पंचायत में सभी वक्ताओं ने अपने अपने विचार किसानों की विभिन्न समस्याओं पर रखे।रिकू चौधरी ने किसान मसीहा चौ राकेश टिकैत को उनके बजन के बराबर सिक्को से तोला कर स्वागत सम्मान किया बही प्रदेश अध्यक्ष पश्चिम उत्तर प्रदेश पवन खटाना ने रिंकु का पगड़ी बांध स्वागत किया। किसान पंचायत को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय प्रबक्ता चौ राकेश टिकैत ने कहा कि किसान को एक जुट होकर फसल और नस्ल की लड़ाई लड़नी होगी वर्तमान सरकार उन अंग्रेजो की सरकार है। जिन्होंने देश को गुलाम बना दिया आज फिर से देश को गुलामी की जंजीर में जकड़ने जा रही है। अगर हम जग कर अपने लिए नही लड़े तो हम सब को इसके बुरे परिणाम झेलने पड़ेंगे।बही टिकैत ने किसानों को अपने हृदय की जान बताते हुए संबोधित किया। वर्तमान बीजेपी सरकार ने किसानों पर अत्याचार किए हैं। पॉलिटिकल पार्टियों को दबा दिया है जिससे कि कोई भी पक्ष वर्तमान सरकार पर पलटवार ना कर सके 1992 में लगे मुकदमे वर्तमान सरकार ने दोबारा से खोल कर किसानों पर थोप दिए हैं। बीजेपी सरकार के नुमाइंदों पर लगे मुकदमे वापस कर लिए गए हैं ।सरकार की मंशाओं को लेकर एक बहुत बड़े आंदोलन का आगाज करना पड़ेगा एक समय वह था जब किसान कहता था सरकार सुनती थी अधिकारी सुनते थे लेकिन वर्तमान सरकार में किसान कहता है लेकिन उसकी कोई सुनता नहीं है।

चौधरी राकेश टिकैत ने खुले मंच से चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी अधिकारी, कर्मचारी किसान का अहित करेंगे उनका शोषण करेंगे ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों का हिसाब वही किया जाएगा। वहीं एनजीटी के कानूनों में बदलाव हो क्योंकि एनजीटी के कानून से केवल और केवल उद्यमियों की बड़ी कंपनियों को फायदा होगा और किसानों को घाटा होता चला जाएगा वहीं वर्तमान सरकार एक अन्य बिल लेकर के आ रही है। जिसमें कि बाहर की कंपनियां भारत में आकर के दूध बेचेंगे अगर ऐसा होता है तो किसानों के पशु व किसान खत्म हो जाएंगे इसका भारतीय किसान यूनियन बहुत बड़े आंदोलन के जरिए विरोध करेगी। जिस तरह से केंद्र सरकार तीन काले कानून ले करके आई थी भारतीय किसान यूनियन ने 14 महीने दिल्ली में कानून के विरोध में आंदोलन किया और कानूनों को वापस कराया। ठीक उसी प्रकार के तीन काले कानून बिहार में 17 वर्ष पूर्व लागू किये गए जिसके कारण से बिहार में कोई भी मंडी नहीं बची है। विद्युत विभाग के कर्मचारियों का पक्ष रखते हुए चौधरी राकेश टिकैत ने बताया कि बिजली अमेंडमेंट बिल पर बिजली कर्मचारियों का साथ भारतीय किसान यूनियन देगी सरकार की मंशा है कि जिस किसान के पास 2 पशु होंगे उसे कमर्शियल कनेक्शन लेना पड़ेगा इस तरह से किसानों के साथ एक खुला अत्याचार सरकार करेगी वही अग्निपथ योजना पर बोलते हुए चौधरी राकेश टिकैत ने बताया आज से भारतवर्ष में अग्नीपथ योजना के लिए भारतवर्ष में संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर आंदोलन की रणनीतियां शुरू हो चुकी है।

अगर अग्नीपथ योजना देश की रक्षा करने वाले रक्षक वीरों के लिए लागू होती है तो यही योजना हर विभाग में लागू होनी चाहिए रक्षकों के लिए अग्निवीर योजना है तो संसद में बैठने वालों के लिए संसद वीर योजना हो विधानसभा में बैठने वालों के लिए विधानसभा बीर योजना हो देश के नेताओं के लिए अग्निवीर योजना होनी चाहिए इस तरह से अग्निवीर योजना लागू होने से देश के युवाओं का केवल और केवल शोषण होगा इस शोषण का खुला विरोध भारतीय किसान यूनियन करेगी। वर्तमान सरकार उद्यमी और व्यापारियों की सरकार है किसानों से अपील करते हुए चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि देश को एक बार फिर एक बड़े आंदोलन की जरूरत है। इसलिए किसान अपने ट्रैक्टर ट्रॉली मजबूत रखें संगठित रहें और संगठन को मजबूत रखें।

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