उत्तर प्रदेश प्रतापगढ़ जिले में भैंस चराने गया वृद्ध की गंगा में डूबने से मौत हो गई। जानकारी पर परिजनों में कोहराम मच गया 2 घंटे के बाद शव को नदी से निकाला जा सका तो पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया है। मानिकपुर थाना क्षेत्र के मऊदारा बरगहा निवासी मोहनलाल पाल 69 वर्ष पुत्र शैखू 1माह पूर्व जीविकोपार्जन के लिए ईट भट्ठे पर परदेश से कमा कर वापस घर आया था। अपनी भैंस को चराने के लिए गंगा के कछार में गया था। भैंस जब गंगा जी के पानी में चली गई तो वह भैंसों को निकालने के लिए पानी में चला गया। जिससे गहरे पानी में जाने से उसका पैर फिसल गया तथा पानी में डूबने लगा तो आसपास के लोगों ने हल्ला गुहार मचाया। जानकारी पर गंगा के किनारे के लोगों ने बचाने का असफल प्रयास किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
जिससे वह पानी के अंदर समा गया। तत्काल उसे जाल डालकर ढूंढने का प्रयास शुरू हुआ, हालांकि 2 घंटे बाद मृतक का शव गहरे पानी से निकाल लिया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक के दोनों पुत्र लालजी पाल की कैंसर के कारण 2017 में तथा छोटे बेटे बालकरण की सन 2019 में मौत हो चुकी है। बड़े बेटे के तीन बेटे बेटी व छोटे के दो बेटियां हैं। दो विधवा बहू तथा 5 पोते पोतियो के जीवन यापन की पूरी जिम्मेदारी मोहनलाल के ऊपर थी। मोहनलाल के मृत्यु के बाद विधवा पत्नी समेत पूरा कुनबा बेसहारा हो गया है। अब इनकी कौन परवरिश व देखभाल करेगा। यही सोच सोच कर दोनों विधवा बहू विधवा पत्नी व नाती पोते रोते-रोते बेहोश हो जा रहे थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया है।: – शहबाज़ खान की रिपोर्ट
