उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले में लगभग 15 वर्ष तक कार्यरत रहे डॉक्टर सुरेश सचान एनेस्थेटिक को जिले से इतना प्यार हो गया है। कि गैर जनपद स्थानांतरण होने के बाद भी जनपद छोड़ने को तैयार नही है। इससे पूर्व जनाब की जिला अस्पताल में तैनाती थी जिला अस्पताल के साथ साथ प्राइवेट नर्सिंग होमो में भी जनाब अपनी सेवाएं दे रहे थे।
गैर जनपद ट्रांसफर होने पर जिला अस्पताल से रिलीव की कार्यवाई होने के बाद भी प्राइवेट नर्सिंग होम से डग्गामारी का मोह छूटने को तैयार नही है। जिले में झोलाछाप नर्सिंग होमो की भरमार है। जो सुरेश सचान जैसे डॉक्टर की वजह से दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से फलफूल रहे हैं। इनकी दुकाने बदस्तूर सजी हुई है। ऐसा नही की जिले के आला अधिकारियों को इनकी कारगुजारी का इल्म नही है सबको सब पता है।
उसके बाद भी लगभग एक दशक से बनाई गई डग्गामारी की मार्केट इनसे छूटती नजर आ रही है। जो आप अपनी टीवी स्क्रीन पर खुद देख सकते है किस तरह प्राइवेट नर्सिंग होमो में इनकी मौजूदगी जिसको बचाने के लिए जनाब जगह जगह पैरवी के लिए घूम रहे हैं। वही जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर आर० एम० गुप्ता ने बताया डॉक्टर सुरेश सचान हमारे यहाँ सीनियर एनेस्थेटिक थे इनका ट्रांसफर हो गया है। हमारे यहाँ से इनको वन साइडेड रिलीव कर दिया गया है अब न हमारे यहाँ इनकी ड्यूटी लगती है न हमारे यहाँ अटेंडेंस लगती है।