उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले में कुकुरमुत्ते की तरह खुले अवैध मानक विहीन नर्सिंग होमो में आये दिन इलाज के नाम पर मरीज़ों को मौत के मुँह में ढकेला जा रहा है। और जिले में बैठे ज़िम्मेदार आला अधिकारी अपनी आँखे बन्द किये हुए है। इसी का नतीजा है की मौत के सौदागर अपनी अपनी दुकान सजाए बैठे है। और आये दिन इलाज के नाम पर मरीज़ों की ज़िन्दगी से खिलवाड़ कर रहे है।
एक सप्ताह के भीतर प्राइवेट नर्सिंग होम में मरीज की मौत का यह दूसरा मामला है। दोनों ही जगहों पर मौत के पीछे की वजह गलत इलाज बताया जा रहा है। वही महिला की मौत के बाद अस्पताल स्टाफ और मृतक महिला के परिजनों के बीच जमकर मारपीट हो गई। महिलाओं ने अस्पताल संचालिका को जमकर पीट दिया है। अस्पताल में मरीज की मौत की खबर मिलते ही सीएमओ दफ्तर का भी स्टाफ जांच के लिए पहुंचा था। परिजनों ने उनके साथ भी अभद्रता की है।
मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के लोधीगंज स्थित माँ नर्सिंग होम का है। जहां मलवा थाना क्षेत्र के धरुपुर गाँव निवासी विवेक कुमार मृतिका के भाई ने बताया मेरी बहन अर्चना देवी को प्रसव के बाद एक महीने से ब्लडिंग बंद नहीं होने की शिकायत के बाद लोधीगंज स्थित माँ नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। वहीं अस्पताल संचालिका डॉक्टर अशोक कुमारी और स्टाफ नर्स ने महिला की डीएनसी कर दी जिसके बाद महिला की हालत और भी अधिक बिगड़ गई। और उसे अस्पताल से रेफर कर भगा दिया। जिसके बाद हम लोग महिला को जिला अस्पताल मरीज़ लेकर पहुंचे
जहाँ डॉक्टर ने बताया आपके मरीज़ की डीएमसी करने के दौरान डॉक्टर ने आँत और बच्चेदानी फाड़ दिया है। आपके मरीज़ को यहाँ बचाना मुस्किल है कानपुर के लिए रेफर किया जाता है। परिजन मरीज़ को कानपुर न लेजाकर शहर के एक प्राइवेट नर्सिंग होम आर० के० हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया। जहाँ महिला की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद परिजन महिला के शव को माँ नर्सिंग होम में रख कर जमकर हंगामा किया।
वही डिप्टी सीएमओ डॉक्टर इस्तियाक अहमद ने बताया हमको जैसे ही सूचना मिली मैं अपनी टीम के साथ माँ नर्सिंग होम आया महिला का शव अंदर ही है मैं जैसे ही जाँच करने अंदर गया भीड़ एकदम से उग्र हो गई। मैं बाहर आ गया। पुलिस को सूचना दी है। अभी महिला की मौत की जाँच की जा रही है जो भी साक्ष्य निकल कर आएंगे उस आधार पर कार्यवाई की जाएगी।