उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले की सदर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास कॉलोनी स्थित सरस्वती शिशु शिक्षा मंदिर में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के जिला अध्यक्ष विवेक श्रीवास्तव के नेतृत्व में हंसी के बादशाह राजू श्रीवास्तव के निधन के बाद कायस्थ बंधुओं ने 2 मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति और इस दुख की घड़ी में पारिवारिक जनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना की गई और उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।

आपको बता दें 58 वर्षीय राजू श्रीवास्तव ने अपने करिश्माई चुटकुले से देश ही नहीं विदेशों में भी लोगों को हंसाने का काम करते थे। यही कारण रहा है कि जैसे ही उनके निधन की सूचना लोगों को लगी तो उनसे जुड़ा हुआ हर व्यक्ति शोक में डूब गया।

वही फतेहपुर में भी कायस्थ समाज के लोगों ने राजू श्रीवास्तव के निधन की सूचना पर शोक में डूबे। हम आपको बता दें राजू श्रीवास्तव का फतेहपुर से गहरा लगाव रहा है जिले के महोत्सव सहित तमाम अन्य कार्यक्रमों में भी वह आते रहे और यहां पर भी लोगों को अपने चुटकुलों से हंसाने का काम किया था।

जिले के चिल्ड्रेन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक सुनील श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव के यहां उनकी रिश्तेदारी होने के चलते अक्सर उनका जिले में आना जाना लगा रहता था। यही कारण रहा है कि जिले के तमाम कायस्थ बंधु के अलावा अन्य समुदाय के लोग भी उनसे सीधे जुड़े रहे। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के जिलाध्यक्ष विवेक श्रीवास्तव ने बताया की कायस्थ समाज का एक नायाब हीरा हमारे बीच से चला गया। जिसकी क्षतिपूर्ति शायद ही कभी हो पाए।

इस अवसर पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के संरक्षक रामजी सहाय, युवा जिला अध्यक्ष अतुल श्रीवास्तव, अखिल भारतीय चित्रांश महासभा के युवा जिला अध्यक्ष बृजेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ विवेक श्रीवास्तव, युवा महामंत्री संजय सिन्हा, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

मशहूर कॉमेडियन और अभिनेता राजू श्रीवास्तव मौत से जंग हार गए हैं। इसी साल 10 अगस्त को उन्हें हार्ट अटैक आने के बाद दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। करीब 42 दिनों तक अस्पताल में इलाज चला। लेकिन आखिर में उन्होंने अपने लाखों चाहने वालों को रुलाते हुए इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

राजू ने किया था बड़ा संघर्ष राजू श्रीवास्तव ने यूं तो 80 के दशक से मनोरंजन की दुनिया में संघर्ष करना शुरू कर दिया था, लेकिन उनको अपने टैलेंट के हिसाब से पहचान नहीं मिल पा रही थी. हालांकि इस दौरान राजू श्रीवास्तव ने बॉलीवुड के सुपरस्टार अनिल कपूर की फिल्म तेजाब से हिंदी सिनेमा जगत में कदम तो जरूर रख लिया था. फिर भी राजू को अभी काफी लंब सफर तय करना था.

साल दर साल बीतते गए पर राजू को उतना फेम नहीं हासिल हो पा रहा था, जिसके लायक वो बने थे. पर फिर साल 2005 आया और वहां से राजू श्रीवास्तव की किस्मत ने करवट बदली. जी हां इसी साल मशहूर कॉमेडी शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में राजू श्रीवास्तव ने अपने कॉमेडी के हुनर से सबका दिल जीता और इसी शो से राजू श्रीवास्तव का नाम गजोधर भैय्या के रूप में मशहूर हुए थे।

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