छात्रों के बीच शिक्षा सत्र के पहले दिन शिक्षिकाओं संग प्रधानाध्यापिका ने बनाया खुशनुमा माहौल, उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले में शिक्षक का अलग रूप नज़र आया। कहते है सच्चा शिक्षक वही जो अपने बच्चों में स्कूल आने और शिक्षा के प्रति अभीरूचि जगाने में कामयाब हो। ऐसे ही विलक्षण व अद्वितीय प्रतिभावान व गुणों से परिपूर्ण हैं शिक्षिका लतापुरी गोस्वामी। जो जिले के मलवां विकास खण्ड के चक मोहद्दीनपुर में करीब दो दशक से बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए स्वयम् को पूर्णत: समर्पित कर रखा है। वह इस विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्यरत है।
2024-25 के शिक्षा सत्र के चौथे दिन और बच्चों के संग पहले दिन शुक्रवार को विद्यालय की प्रधानाध्यापिका लतापुरी गोस्वामी ने प्रार्थना के बाद बच्चों संग गीत गाकर बच्चों के बीच एक खुशनुमा माहौल बनाया और स्कूल आने के लिए प्रेरित करने का जो प्रयास किया वह एकदम अनूठा दिखा। उन्होंने बताया कि नन्हें मुन्हे व मासूम बच्चों को शिक्षा देना एक कला है। क्योंकि मासूम बच्चों के नाजुक मन में स्कूल व शिक्षा के प्रति यदि प्रथम प्रयास में सकारात्मक भाव नहीं पैदा किए गये तो बच्चा बड़ा होकर भी शिक्षा से दूर ही भागेगा और स्कूल आने के लिए हमेशा बहाने ढूढ़ता रहेगा। इसलिए मेरा हमेशा यही प्रयास रहता है कि बच्चों में शिक्षा के प्रति सकारात्मक भाव जगाये जायें, जिससे बच्चे कभी स्कूल आने और शिक्षा लेने से न घबराएं। इस भाव को जगाने के लिए बच्चों की अभिरूचि के अनुसार उनके साथ व्यवहार किए जाने चाहिए। प्रधानाध्यापिका लतापुरी गोस्वामी कानपुर नगर की निवासी है। समय से स्कूल आना और स्कूल समय में अपनी बाखूबी जिम्मेदारी निभाना कोई उनसे सीखे। स्कूल में सभी सहायक शिक्षिकाओं के लिए भी वह प्रेरणास्रोत हैं उनके साथ बहुत मधुर व्यवहार करते हुए आपसी सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने में सफल होने का ही परिणाम है कि वे इस विद्यालय में करीब बीस वर्षो से अनवरत अध्यापन कार्य कर रही है। साथ ही गांव में भी अभिभावक उनके कार्यों की प्रशंसा करते नहीं थकते।
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