उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले में साइबर क्राइम जैसे अपराध और ठगी के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहें हैं। सैनी कोतवाली के परास गांव के मो सैफ लगभग छः माह पहले टेलीग्राम ग्रुप बनाकर जोमाटो वर्कग्रुप में वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगो ने अलग अलग टास्क के नाम पर दो लाख 79 हजार रुपए की ठगी के शिकार हो गए थे। जिसके बाद युवक ने आरोपी रिया, जयदीप आदि पर केस दर्ज कराया तो सैनी कोतवाली में तैनात अतिरिक्त निरीक्षक अयोध्या प्रसाद ने अनेक प्रयासों के बाद उसके खाते में पैसे वापस कराए गएं। पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी सिराथू अवधेश कुमार विश्वकर्मा के कुशल पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी जयचंद्र शर्मा के नेतृत्व में अतिरिक्त निरीक्षक अयोध्या प्रसाद की टीम द्वारा सार्थक प्रयास करते हुए।
गुजरात पहुंचकर ठगों को पकड़कर काफी मशक्कत के बाद आनलाइन ठगी के शिकार पीडित सैनी कोतवाली क्षेत्र के परास गांव निवासी मो सैफ को कुल 279000 रुपये की सम्पूर्ण धनराशि अथक प्रयासों के बाद उसके खाते में वापस कराई गई है। रूपए वापस मिलने पर पीड़ित व्यक्ति ने सैनी पुलिस का धन्यवाद किया। इस दौरान अतिरिक्त निरीक्षक अयोध्या प्रसाद ने बताया की साइबर अपराध किसी भी प्रकार से किसी के साथ भी घटित हो सकता है। जागरुक रहकर ही ऐसे अपराधों से बचा जा सकता है। उन्होंने आगे कहा की किसी के प्रलोभन में न आयें तथा अनजान लिंक पर क्लिक तथा किसी को भी ओटीपी इत्यादि अन्य जानकारियां किसी से साझा कदापि न करें। : – कौशाम्बी से अली अहमद की रिपोर्ट
