उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के हसवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महात्मा गांधी एवं लालबहादुर शास्त्री जयंती के शुभ अवसर पर गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण किया। चिकित्साधिकारी डा. अनुपम सिंह ने कुष्ठ रोग से प्रभावित रोगी बडकू, रामसागर, एक अन्य रोगियों को चप्पल वितरण करते हुए बताया कि कुष्ठ रोग माइक्रोबैक्टीरिया लेप्रे बैक्टीरिया द्वारा होता है। यह रोग मनुष्य के त्वचा और तंत्रिकाओं का रोग है। कुष्ठ रोग के बैक्टीरिया मनुष्य के तंत्रिकाओं के माध्यम से प्रवेश कर जाता है। और धीरे धीरे शरीर को अपंगता बना देता है। कुष्ठ के रोगियों के लिए एमडीटी दवा नियमित रूप से खाने पर रोग नष्ट हो जाता है। अगर कुष्ठ रोग की पहचान शुरुआत में ही हो जाती है तो रोगियों को दवा खाने के बाद शरीर में विकंलगता नहीं आने पायेगी। कुष्ठ रोग की संभावना तब भी करें। कुष्ठ रोग शरीर के विभिन्न स्थानों पर हो सकता है। जैसे हाथ, पैर सुन्न हो जाएं, हाथ और पैर में लकवा ग्रस्त हो जाएं, हाथ पैर के घाव ठीक न होना, हाथ की पकड़ कमज़ोर होना पैर से चप्पल बार बार छूट जाना, शरीर एवं कानों में मोटापन, शरीर में गाठे हो जाएं, आंखों और भाहौ के बालों गिरने लगे अपने आसपास के लोगों को कुष्ठ रोग से प्रभावित रोगियों को सरकारी अस्पताल में भेज दीजिये। सरकारी अस्पतालों में निशुल्क एमडीटी दवाएँ मिल रही है वही प्रेम चौधरी घर घर अभियान चलाकर रोगियों को पहचान के लिए कर्मचारियों को क्षेत्र में रवाना किया गया। इस मौके पर अजय सिंह, हेमचंद्र चौधरी,सहित अन्य कर्मचारी उपस्तिथि रहे!

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