साकिर अंसारी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश मुरादाबाद जिले की बिलारी तहसील में बारिश के चलते ना जाने कितने कच्चे आवास गिरे हैं जिसमें बहुत से लोग घायल हुए हैं और कई लोग बेघर से हो गए हैं ऐसा ही एक मामला बिलारी तहसील के ग्राम इब्राहिमपुर का है। जहाँ बीते दिन बारिश के चलते एक दिव्यांग का मकान उस समय भरभरा कर गिर गया जिस समय वह घर में मौजूद था दिव्यांग फुरकान अधेड़ उम्र का है। एक पैर आधा कटा हुआ है। और एक ही पैर से अपने घर व बच्चों का भरणपोषण करता हैं।
फुरकान का कहना हैं कि जब मकान बारिश में गिरा तो पड़ोसियों ने उन्हें आकर निकाला अन्यथा दबकर उनकी मृत्यु भी हो सकती थी। फुरकान का मकान पूर्णतया कच्चा है जिसमें मिट्टी के दीवारे हैं।और छत के रूप में कड़ीयां ओर बल्लियां पड़ी हुई है। ऊपर पन्नी भी लगी हुई है फुरकान का कहना है कि उन्होंने काफी समय पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन कर रखा है। पर कोई नहीं सुनता कई बार प्रयास करने के बाद भी उन्हें आवास नहीं मिला जबकि वह पात्र हैं।
कहा कि मेरा मकान कच्चा है जिसमें ठीक से रहने का ठिकाना भी नहीं है। पर मेरे यहां पर पक्का शौचालय है जो मुझे सरकार ने दिया है। सच तो यह है कि मुझे आवास योजना की बहुत जरूरत है। क्योंकि यह कच्चा मकान भी इस बरसात के चलते अब गिर गया है। फुरकान अपने दो बच्चों व परिवार का जीवन यापन करने के लिए दिव्यांग होने के बावजूद भी मेहनत मजदूरी करता हैं।
वर्तमान की स्थिति यह है की दैवीय आपदा प्रबंधन से भी उन्हें तत्काल लाभ नहीं मिल पाया है जबकि बात करने पर सम्बंधित अधिकारियों ने बताया है कि रिपोर्ट शासन को भेज दी गयी है। फुरकान डर के कारण अपने कच्चे मकान के बाहर ही रह रहा हैं ओर शासन से उम्मीद लगाए हुए हैं देखते है कि उनकी मदद कब हो पाएगी।