उत्तर प्रदेश मुरादाबाद जिले के गाँव की रहने वाली नाबालिग लड़की ने कर दिखाया कारनामा। गाँव देहात में भी छिपी हुई है एक से बढ़कर एक प्रतिभाएं, खोजने की है ज़रूरत।
कारनामा करने वाली मुरादाबाद के भटावली गाँव निवासी मोहम्मद रफी की है नाबालिग पुत्री। 13 वर्ष की उम्र में लिखना शुरू किया था कुरान, 17 वर्ष की उम्र में किया मुकम्मल।
भटावली गाँव निवासी मोहम्मद रफी के है दो लड़के एक लड़की।कारनामा करने वाली लड़की का नाम है निगहत मलिक।
तीन वर्ष की छोटी उम्र से शुरू किया था पढ़ना कुरान शरीफ।समझदार होने पर कुरान लिखने का पैदा हुआ निगहत को शौक। लिखाने में किया कलर का इस्तेमाल। लिखावट भी खुशखत जो देखने में बेहतरीन।
एक एक वर्क को लिखकर लैमिनेसन करते हुए उनको किया जिल्द। इस तरह तीन वर्षों की मेहनत से पूरा कुरान हुआ मुकम्मल।