उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले की दोआबा की बेटी सुनीता ने कुवैत में आयोजित एशियन यूथ चैंपियनशिप में 3 हज़ार मीटर की दौड़ में सिल्वर मेडल ला कर कौशांबी जनपद का नाम रौशन कर दिया। सुनीता के इस प्रदर्शन से घर-परिवार के साथ ही स्पोर्ट्स स्टेडियम मंझनपुर के साथी खिलाड़ी समेत पूरा जनपद खुशी से फुला नही समा रहा है। जीत की खुशी का जश्न साथी खिलाड़ियों ने सुनीता के परिवार के साथ लड्डू खिला कर बनाया।

मंझनपुर तहसील के बरई बंधवा गांव के रहने वाले चुन्नी लाल बांस-बल्ली की छोटी से दुकान चलते है। साथ ही गाँव मे ही खेतो में मजदूरी भी करते है। उनकी सबसे छोटी बिटिया सुनीता ने शनिवार रात कुवैत में एशियन यूथ चैंपियनशिप में 3 हज़ार मीटर की दौड़ में दूसरे स्थान पर रहते हुए सिल्वर मेडल जीता। सुनीता ने 3 हज़ार मीटर की दौड़ में 10 मिनट 05 सेकेंड का समय दर्ज कर रजत पदक जीत कर अपने जनपद व देश का नाम रौशन किया।

इसकी जानकारी होने पर ज़िला स्पोर्ट स्टेडियम मंझनपुर में सभी खिलाड़ियों और शुभ चिंतकों ने उनके परिवार के साथ जीत का जश्न बनाया। इस अवसर पर अंडर 23 स्टेट एथलेटिक प्रयोगिता में आए हुए विभिन्न जनपदों के खिलाड़ियों, मुख्यअतिथि अपर पुलिस अधीक्षक समर बाहर सिंह और ओलंपिक संघ के अध्यक्ष अरुण केसरवानी ने पिता चुन्नी लाल को अंग वस्त्र डालकर सम्मान किया।

गाँव मे बांस-बल्ली किराए पर देकर पिता ने बेटी की परवरिस किया है। चार भाई बहनों में सबसे छोटी सुनीता के पिता चुन्नीलाल की गाँव मे बांस-बल्ली की छोटी से दुकान है, इसके अलावा वो खेलो में मजदूरी भी करते हैं। मां गुरुदेई भी उनकी मदद करती हैं।

चुन्नीलाल ने 2017 में सुनीता को इस उम्मीद से लखनऊ हॉस्टल में भर्ती कराया था कि, उसका खर्च नहीं उठाना पड़ेगा। वह हॉस्टल में रहकर पढ़-लिख कुछ बन जाएंगी। सुनीता ने हॉस्टल में रहकर बीके वाजपेई की देखरेख में ट्रेनिंग शुरू की थी, लेकिन लॉक डाउन के बाद से सुनीता घर पर ही रह कर ही तैयारी कर उसने इतिहास रच दिया। जिससे परिवार के साथ साथ जिले के लोग भी गौरान्वित महसूस कर रहे है।

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