उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के गाजीपुर कस्बा में दीपावली के पर्व पर पटाखा छुडाते समय 18 वर्षीय छात्रा की हालत बिगड़न जाने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया। जहां उसकी हालत गम्भीर देख डॉक्टर ने कानपुर के लिए रिफर कर दिया गया। वहीं छात्रा के परिजनों ने मोहल्ले के कुछ लोगों पर जबरन घर के दरवाजें पर बम छुड़ाने का आरोप लगाया। जानकारी के अनुसार गाजीपुर कस्बा निवासी रियाज अहमद की पुत्री उमूलवरा उर्फ सम्मो जो 12 वीं कक्षा की छात्रा है। बताते है कि दीपावली के पर्व पर मोहल्ला के कुछ लोग घर के दरवाजें पर भारी अवाज के पटाखें छुडा रहे थे। जिसकी आवाज से छात्रा की हालत बिगड़ने लगी जिस पर परिजन छात्रा को लेकर सदर अस्पताल पहूँचें जहां इमरजेन्सी में तैनात डॉक्टर ने युवती की हालत गम्भीर देखते हुए कानपुर के लिए रेफर कर दिया। इलाज के दौरान छात्रा की मां रेहाना बेगम ने बताया कि मोहल्ले के ही निशु पुत्र मुन्ना गोरे पुत्र मुन्ना चैरसियाा सुशील गुप्ता व अवी उसके घर के दरवाजें पर भारी आवाज वाले पटाखें छुड़ा रहे थे। मना करने पर धमकी देते हुए कहा कि जिससे कहना हो कह दो हम तो पटाखा यहीं छुडायेगें मां का आरोप है कि पटाखें की आवाज से उसकी पुत्री की हालत बिगड़ी है।

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