रामलीला में राम – सीता ब्याह का हुआ मंचन, चौथे और पांचवें दिन की लीला हुई समाप्त, धनुष भंग से परशुराम – लक्ष्मण संवाद से लेकर बारात तक हुई लीला, आज छठवें दिन की लीला में होगा राम वनवास एवं केवट संवाद

उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र कस्बे में हो रही श्री सनातन रामलीला समिति द्वारा आयोजित प्राचीन रामलीला में रविवार की देर रात्रि से सोमवार की देर सुबह तक सीता स्वयंवर एवं धनुष-यज्ञ के साथ ही लक्ष्मण – परशुराम संवाद की लीला का मंचन हुआ। प्रथम दृश्य में राम अत्यंत सुगमता से शिव धनुष का भंजन कर देते हैं। शोक-सागर मे डूबे महाराज जनक के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। सीता राम के गले में जय-माल डाल देती हैं। सखियां मंगल-गीत गाने लगती हैं। चारों ओर राम जी की जयकार होने लगती है। दूसरे दृश्य में भगवान परशुराम का आगमन होता है, जैसे ही ‘अजगव’ को खंडित देखते हैं तो अत्यंत क्रोधित हो जाते हैं।

महाराज जनक सहित समस्त उपस्थित राजागण घबरा जाते हैं। तत्पश्चात परशुराम – लक्ष्मण संवाद दर्शकों को रोमांचित एवं प्रफुल्लित कर देता है। धनुष भंग के कार्यक्रम में जहां एक ओर लक्ष्मण के रूप में लखन तिवारी ने अपने अभिनय का लोहा मनवाया। वहीं परशुराम की भूमिका का निर्वहन कर रहे बाल व्यास पाण्डेय ने उनका डट कर सामना किया। राम की भूमिका में आनंद द्विवेदी, रावण के रूप में रिभु सिंह, बाणासुर के अभिनय में महेश द्विवेदी, विश्वामित्र की भूमिका में विनीत पाण्डेय, जनक की भूमिका मुन्ना मिश्रा, पेटू राजा के अभिनय में जीतू मिश्रा व वेद व्यास दीपू मस्ताना ने अपनी महती भूमिका निभाई। वहीं सोमवार की रात्रि में राम बारात भी निकाली गई।

कमेटी के अध्यक्ष सुनील जायसवाल (गुड्डू), कोषाध्यक्ष अखिलेश पाल एवं संरक्षक राजन तिवारी (पत्रकार) व श्यामू तिवारी ने बताया कि आज की लीला में राम वनवास एवं केवट संवाद का मंचन किया जायेगा। वहीं सुरक्षा व्यवस्था में स्थानीय पुलिस प्रशासन की व्यवस्था मुस्तैद दिखाई दी।

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