उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले में स्व० चौधरी चरण सिंह(भूतपूर्व प्रधानमंत्री) के जयन्ती के अवसर पर “किसान सम्मान दिवस” का आयोजन “सरदार वल्लभ भाई पटेल “प्रेक्षागृह” में आत्मा योजना के अर्न्तगत “किसान मेला सह प्रदर्शनी” का जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह, ने फीता काटकर उदघाटन किया। सम्मान दिवस में कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, रेशम, मृदा परीक्षण, प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति, इफको, अग्रणी जिला प्रबन्धक, भूमि संरक्षण विभाग आदि विभागों एवं अन्य एन०जी०ओ० द्वारा स्टाल लगाये गये। साथ ही किसान सम्मान दिवस के अवसर पर प्रेक्षा गृह में आयोजित गोष्ठी शुभारम्भ दीप प्रज्वलित एवं चौधरी चरण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। जिलाधिकारी द्वारा कृषकों से उन्नतिशील खेती करने, मिलेट्स फसलों के महत्व एवं उसके उत्पादन को बढाने की अपील की गयी। उन्होंने जनपद में हल्दी एवं रेशम उत्पादन करने वाले कृषकों का उत्साहवर्धन कर अन्य कृषकों को भी उन्नतशील खेती करने, मिलेटस खेती करने एवं कैश क्राप को कर अधिक आय प्राप्त करने की अपील की गयी। इसके साथ उप कृषि निदेशक को कृषक वैज्ञानिक संवाद आयोजित कराने के साथ उन्नतशील खेती करने वाले कृषकों के अनुभवों से अन्य कृषक लाभान्वित हो सके। साथ ही इसके बीज प्रदर्शन के समय उन्नतशील तकनीक का प्रयोग करने हेतु कृषकों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में जिलाधिकारी ने रबी 2024-25 की फसल प्रतियोगिता में गेहूँ फसल में अधिकतम उत्पादन 59.00 कुंतल प्रति हेक्टर प्राप्त करने वाले कृषक श्रीमती उर्मिला निवासी बहादुरपुर ब्लाक ऐराया को प्रथम पुरस्कार तथा द्वितीय युवराज सिंह ग्राम खैरई विकास खण्ड धाता 58.50 कुंतल प्रति हेक्टर उत्पादन तथा चना फसल प्रतियोगिता में रामकृष्ण निवासी ग्राम पहाडपुर बटिगवॉ ब्लाक अमौली जिनकी उत्पादकता 20.00 कुंतल प्रति हेक्टर रही, को प्रथम पुरस्कार तथा श्री धमेन्द्र सिंह ग्राम विक्रमपुर विकास खण्ड ऐराया जिनकी उत्पादकता 19.60 कुंतल प्रति हेक्टर रही, प्राप्त करने वाले कृषक को कमशः 7000 (प्रथम पुरस्कार) एवं 5000 (द्वितीय पुरस्कार) एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

खरीफ 2024 की फसल प्रतियोगिता में धान फसल में प्रथम पुरस्कार नन्दकिशोर ग्राम सहिमलपुर विकास खण्ड अमौली जिनकी उत्पादकता 60.00 कुंतल प्रति हेक्टर तथा द्वितीय पुरस्कार ओम मिश्रा ग्राम अस्ता ब्लाक तेलियानी जिनकी उत्पादकता 59.50 कुंतल प्रति हेक्टर रही, को कमशः 7000 एवं 5000 का पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। उर्द फसल हेतु बिन्दा निवासी ग्राम उमरगहना विकासखण्ड मलवा को प्रथम पुरस्कार एवं जयनरायण ग्राम हसनपुर विकास खण्ड भिटौरा को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके साथ ही श्री अन्न/मिलेट्स फसलों में कोदो फसल में विशिष्ट उत्पादन प्राप्त करने वाले श्री रज्जन निवासी ग्राम गोविन्दपुर बिलारी ब्लाक अमौली व अमित सिंह निवासी ग्राम सरांय महमूदपुर ब्लाक देवमई को क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार, शिवबरन निवासी ग्राम जमोह ब्लाक बहुआ को बाजरा फसल हेतु प्रथम पुरस्कार एवं रामनरेश सिंह निवासी ग्राम शादीपुर ब्लाक देवमई को द्वितीय पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। लाखन कुमार निवासी ग्राम घनघौन ब्लाक हसवों, देवीचरण निवासी कृपालपुर बिन्दा को ज्वार फसल हेतु क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। राजकुमार उत्तम निवासी ग्राम बरदरा व भूपेन्द्र सिंह निवासी ग्राम ओखरा ब्लाक मलवा को रागी फसल हेतु क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। अमर सिंह निवासी ग्राम सातोजोगा ब्लाक हसवॉ व श्री दयापाल निवासी ग्राम गूंझी ब्लाक मलवों को सांवा फसल हेतु क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इनके अतिरिक्त उद्यान, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग से चयनित 6-6 किसानों को भी प्रथम एवं द्वित्तीय पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त इस अवसर पर कृषि, उद्यान, पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के कुल 36 किसानों को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। किसान सम्मान दिवस में कृषि विभाग एवं कृषि से सम्बद्ध विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। आयोजित किसान सम्मान दिवस के साथ आत्मा योजनांतर्गत “किसान मेला सह प्रदर्शनी” में कृषकों को कृषि की उन्नत तकनीकी एवं विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। उप कृषि निदेशक द्वारा विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गयी एवं कृषि विभाग की संचालित योजनाओं की जानकारी दी गयी। इसके साथ ही उद्यान, मत्स्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी विस्तृत रूप से कृषकों को प्रदान की गयी। प्रेमदान पाल, प्राविधिक सहायक, मृदा परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा कृषकों को मृदा परीक्षण कराने, संतुलित उर्वरक का प्रयोग करने एवं रबी फसलों में लगने वाले रोगों के नियंत्रण के बारे में कृषकों को विस्तृत जानकारी दी गयी। डा० सुनील कुमार, उद्यान निरीक्षक द्वारा औद्यानिक फसलों की खेती को करने के साथ आलू, प्याज, केला की खेती करने की करने की उन्नतशील विधाओं के बारे में कृषकों को अवगत कराया गया। इसके साथ ही कृषकों को यह भी अवगत कराया गया कि यदि कोई कृषक औद्यानिक फसलों की खेती करना चाहता है तो औद्यानिक फसलों का बीज लेकर राजकीय उद्यान की पौधशाला में देकर पौध तैयार करा सकता है।

इसके साथ ही बागवानी, मसालें, अगेती सब्जी उन्नतशील खेती के बारे कृषकों को बताया गया और अपील की गयी कि औद्यानिक फसलों की खेती को कर कृषक भाई अधिक आय प्राप्त कर सकता है। डा० जगदीश किशोर, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा रबी फसलों में लगने वाले कीट नियंत्रण के बारे में विस्तार से बताते हुए अवगत कराया गया कि चना फसल में कीट नियंत्रण हेतु फेरोमैन ट्रैप का प्रयोग करें एवं 01 ली० पानी में 50 मि0ली0 नीम की पत्ती का रस मिलाकर घोल तैयार कर उसका छिडकाव करें। मिलेट्स फसलों के अधिक से अधिक बुआई करते हुए उसके आच्छादन विस्तार हेतु कृषकों को जागरूक किया गया। डा० जितेन्द्र सिंह, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा रबी फसलों की मुख्य फसल गेहूँ में संतुलित बीज, उर्वरक एवं कीटनाशक के प्रयोग हेतु कृषकों को जागरूक करने के साथ खरपतवार नियंत्रण के बारे में विस्तार से बताया गया। ऊसर भूमि के सुधार तथा ऊसर भूमि हेतु उपयोग बीज एवं कृषि तकनीकी जानकारी कृषकों को दी गयी। डा० साधना वैश्य, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा रबी एवं मिलेट्स फसलों की नवीनतम जानकारी, किचेन गार्डन एवं वैल्यू एडिड विषय पर कृषि तकनीकी जानकारी कृषकों को दी गयी। इस मौके पर उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला अग्रणी प्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं भरी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
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