उत्तर प्रदेश मुरादाबाद जिले में इमाम हुसैन की शहादत की यादों को ताज़ा करने के लिए ज़िक्र हुसैन का आयोजन किया गया। नवासए रसूल हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 जान इशारों को याद कर पूरी दुनिया के मुसलमान मोहर्रम के इस महीने में शहीदाने कर्बला को याद करते हैं, और उनकी याद में नयाजो नजर के साथ-साथ कर्बला के मंजर को याद किया जाता है। कर्बला के मैदान में इस्लाम की खातिर नवासए रसूल हजरत इमाम हुसैन ने खुद को कुर्बान कर दिया, लेकिन बुराई का रास्ता इख्तियार नही किया। सच्चाई के रास्ते पर चलते हुए आपने खुद को कुर्बान कर डाला। हजरत अली के लाडले और फातिमा के लाल को दुनिया के खितते पर याद किया जा रहा है, हर जगह गम का इज़हार किया जा रहा है ,गमे हुसैन मनाया जा रहा है।
इसी उद्देश्य को लेकर मुरादाबाद जिले की नगर पंचायत पाक बड़ा के मोहल्ला में शनिवार का बाजार में जिक्रे हुसैन प्रोग्राम मुनअक़िद किया गया। जिसमें उलेमा ए दीन में हजरत इमाम हुसैन की शहादत को बयान करते हुए कहा की हजरत इमाम हुसैन ने सच्चाई की खातिर खुद को कुर्बान कर डाला, नन्हे अली असगर से लेकर तमाम शहीदाने करबला को पूरी दुनिया याद कर रही है। उन्होंने इस्लाम की बका की खातिर अपना सब कुछ कुर्बान कर डाला लेकिन कभी गलत रास्ते को नहीं चुना , पूरी दुनिया को यही पैगाम दिया की सच्चाई का रास्ता ही हक का रास्ता है हमें बुराई से बचना चाहिए और सच्चाई के रास्ते पर चलना चाहिए इस्लाम भी हमें यही तो सीख देता है कि हम बुराई से बचें गरीब कमजोर और मिस्कीनों की मदद करें ,अपने पड़ोसी का ख्याल रखें, हमें उनसे सीख लेनी चाहिए जिन्होंने इस्लाम को बचाने के लिए अपने आप को फना कर दिया, अपने बच्चों को फना कर डाला, लेकिन इस्लाम को जिंदा रखने का काम किया। बयाने शहादत सुनकर लोगों की आंखों में आए आंसू आगये प्रोग्राम के बाद तबर्रुक को तकसीम किया गया। इस मौके पर शहर इमाम काजी शम्मे आलम, मौ सरफराज शाहनवाज अंसारी , मुंशी मोहम्मद दीन, आसिफ, मुंशी लियाकत, हाजी अख्तर, इरशाद, वसीम, हाजी शमसुद्दीन, अली, इकबाल, शोएब, उस्मान, असलम, रियाज़ अली अहमद,, अफजाल, आदि उपस्थित रहे
मुरादाबाद पाकबड़ा से शाकिर अंसारी की रिपोर्ट
