उत्तर प्रदेश फतेहपुर जनपद निवासी की गाजीपुर जनपद के थाने में तैनात सिपाही की बुखार आने से शुक्रवार को मौत हो गई थी। शनिवार देर रात शव आते ही गांव में कोहराम मच गया। गाजीपुर जनपद से आई पुलिस टीम ने सलामी देकर सिपाही को अंतिम विदाई दी। कल्यानपुर थाना क्षेत्र के इब्राहीमपुर गांव निवासी रामप्रताप सिंह का बेटा निरंजन सिंह उर्फ नीरु आठ वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुआ था। वर्तमान समय में उसकी गाजीपुर जनपद के न्यायालय में तैनाती थी। वह पिछले सप्ताह सेना से रिटायर चाचा पीताम्बर सिंह के निधन पर घर आया था। दो दिन बाद ड्यूटी पर गाजीपुर चला गया। जहां पर बुखार से तबियत बिगड़ गई ।साथी पुलिस कर्मियों ने उसे गाजीपुर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां पर उसकी हालत चिंताजनक स्थिति में होने पर उसे बनारस के बीएचयू रेफर किया गया था। जहां पर शुक्रवार को उसकी इलाज दौरान मौत हो गई। सूचना पर शुक्रवार को ही परिजन बनारस पहुंच गए थे। शनिवार देर रात गाजीपुर से एस आई धर्मराज के नेतृत्व में छह सदस्यीय पुलिस टीम शव को लेकर गांव पहुंची। शव को देखते ही कोहराम मच गया। रविवार सुबह पुलिस टीम द्वारा सिपाही को सलामी देकर अंतिम बिदाई दी गई।इस अवसर पर क्षेत्र व आसपास गांव के लोगों की आंखें नम रहीं। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार शमसाही गंगा घाट पर कर दिया। शव को छोटे भाई बिक्रम ने मुखाग्नि दी। मृतक अविवाहित था मृतक के पिता रामप्रताप सिंह किसान हैं।छोटा भाई बिक्रम सिंह व विवाहित बहन शालू है।मां सुमन सिंह रो रोकर बेहाल होती रही। घर के विकास का सारा दारोमदार मृतक सिपाही पर ही निर्भर था।
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