उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले में एक बुज़र्ग दिव्यांग व्यक्ति ने अपने बुआ और फूफा पर लाखों रुपए का जेवर और नगदी हड़पने का आरोप लगाते हुए थाना पुलिस में शिकायत की। जब थाना पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की तो न्याय के लिए कलेक्ट्रट परिसर पहुंचा और ज़हरीला पदार्थ खा लिया।
इस बात की जानकारी एडीएम को हुई तो इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां हालत में सुधार न होने पर उसे कानपुर के लिए रेफर कर दिया। जानकारी के अनुसार असोथर थाना कस्बे के रहने वाले दिव्यांग उमाकांत मिश्रा (56) सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचा और डीएम के नाम ज्ञापन देने के बाद बाहर आकर कलेक्ट्रेट के गेट के पास ज़हरीला पदार्थ खा लिया। जब इस बात की जानकारी जिला प्रशासन को हुई तो हड़कंप मच गया और एडीएम वित्त एवं राजस्व अविनाश त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और बुजुर्ग से जानकारी करने के बाद इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
जिला अस्पताल में बुजुर्ग को भर्ती कर डॉक्टर इलाज में जुट गए, लेकिन काफी देर तक हालत में सुधार न आने पर उसे कानपुर के लिए रेफर कर दिया। एडीएम अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि जब उन्हें जानकारी हुई तो बुजुर्ग से पूछने से जहरीला पदार्थ खाने की बात कही गई। अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने बताया कि एक बुजुर्ग ने कलेक्ट्रेट परिसर के गेट के बाहर नींद की गोली अधिक मात्रा में खा ली थी।
बुजुर्ग ने जिन लोगों को 20 लाख रुपए देने की बात कही है जांच पड़ताल में पैसे के लेन देन का कोई लिखा पढ़ी नहीं है। असोथर थाना कस्बा/ हाल पता कलेक्ट्रेट कचेहरी शेड न-1 के रहने वाले उमाकांत मिश्रा ने प्रार्थना पत्र में लिखा है कि 30 साल पहले उन्होंने अपने फूफा शिवधनी और बुआ शकुंतला को 20 लाख रुपए और जेवर रखने के लिए दिए थे क्योंकि परिवार में कोई भी साथ नहीं देता था और मकान भी गिर गया था।
जब वह बुआ के पास अयाह गांव गया और पैसा मांगा तो मुझे गाली-गलौज कर जान से मारने धमकी देकर भगा दिया। मामले में पुलिस अधीक्षक के पास गया तो कहा गया कि पैसे का क्या करोगे। जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो डीएम के पास न्याय की आस में आया था।
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