मनभावन अवस्थी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के भिटौरा विकास खंड के बसोहनी गांव में हुआ कार्यक्रम, व्यायाम करने और साफ-सफाई रखने संबंधी दिए गए टिप्स। जिला स्वास्थ्य विभाग फाइलेरिया उन्मूलन के लिए हर दिन नए प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में भिटौरा विकास खंड स्थित बसोहनी गांव में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से बने मां दुर्गा फाइलेरिया सहायता समूह के सदस्यों को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ा गया।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिटौरा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ राघवेंद्र सिंह ने मरीजों को निःशुल्क दवा दी। साथ ही उन्हें व्यायाम करने और साफ सफाई रखने संबंधी निशुल्क परामर्श दिया। डॉ राघवेन्द्र ने बताया कि फाइलेरिया की दवा साल में सिर्फ एक ही बार खानी है। बीमारी न होने पर भी आईडीए/एमडीए कार्यक्रम के तहत लगातार 5 साल तक इस दवा के सेवन से फाइलेरिया होने की आशंका घटाई जा सकती है। इसकी जांच रात में साढ़े आठ बजे से रात 12 बजे तक होती है। जिले पर फाइलेरिया क्लीनिक पर सप्ताह में 3 बार सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को होती है।

इस दौरान फाइलेरिया रोगी प्रतिमा, प्रेम शंकर, गायत्री, प्रभावती, शारदा को दवा दी गई। कई मरीज 5,10 और 20 वर्षों से इस बीमारी से ग्रस्त हैं। मां दुर्गा फाइलेरिया सहायता समूह की अध्यक्ष प्रतिमा ने बताया कि पहली बार हम लोगों की सुधि लेने वाली कोई संस्था आगे आई है। इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद।

अब हम लोग भी वादा करते हैं कि हम भी फाइलेरिया उन्मूलन में सीफार के नेतृत्व में सरकार का बढ़ चढ़ कर सहयोग करेंगे। फाइलेरिया रोगी प्रेमशंकर ने कहा कि हमने कभी दवा नहीं खाई लेकिन नेटवर्क की बैठक में जानकारी मिली कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर फाइलेरिया की दवा निःशुल्क मिलती है तो आज जाकर हम लोगों ने अपना चेकअप कराकर दवा का सेवन किया।

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