उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से संचालित 102 व 108 एम्बुलेंस मरीजो के लिए बेहतर साबित हो रही है 108 व 102 एम्बुलेंस का संचालन कर रही कंपनी जी०वी०के० एम्बुलेंस को लेकर बहुत सख्त कदम उठा राखे है। मरीजो के लिए सेवा भाव से तात्पर्य कर्मचारियों को सम्मानित भी करती है। तो वही कमियों को देखते ही उस पर कार्यवाही भी करती जिसे मरीजो को किसी भी प्रकार की कोई समस्या का सामना न करना पड़े मरीजो को आसानी से घर से अस्पताल और अस्पताल से घर जाने के लिए एम्बुलेंस कर्मचारियों के अतिरिक्त हर अस्पताल में अलग से हेल्पडेस्क को तैनात किया गया है। जिससे मरीजो को आसानी से एम्बुलेंस सुविधा मिल सके। जिला प्रभारी मनीष मौर्य ने बताया कि एम्बुलेंस में किसी प्रकार की कमियों को बर्दाश्त नही किया जयेगा अगर कोई कर्मचारी मरीजो के साथ गलत ब्यवहार करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जायेगी। और जो कर्मचारिय अच्छे कार्य कर रहे उन कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जायेगा और इसे दूसरे कर्मचारियों को कार्य के लिए शीख भी मिलेगी। तो वही जिला प्रोग्राम मैनेजर श्री आशीष द्विवेदी ने बताया कि बीती रात अलग अलग ब्लाक में लगभग चार एम्बुलेंस में सुरछित प्रसव पीड़ित महिलाओं का प्रसव कर्मचारियों के द्वारा कराया गया जिसमें धाता ब्लॉक के अंतर्गत एराई गांव की प्रसूता रुक्मणि देवी का प्रसव कर्मचारी जय प्रकाश और दिनेश के द्वारा कराया गया। और जच्चा बच्चा को सुरक्षित अस्पताल में भर्ती कराया गया। तो वही औरैया ब्लॉक के भोगलपुर गांव की प्रसुता ने प्रसव की जानकारी 102 एम्बुलेंस को दी मौके पहुची खागा 102 एम्बुलेंस में कार्यरत कर्मचारी अंकित और अनिल प्रसुता को लेकर अस्पताल आ रहे थे तभी अचानक प्रसुता की प्रसुव पीड़ा अत्यदिक बढ़ गई तभी कर्मचारिय अंकित ने आशा और लखनऊ हेड ऑफिस में कार्यरत डॉ की मदद से प्रसुता रामपति का सकुसल प्रसव कराया जिसके बाद सी०एच्०सी० हरदो में भर्ती कराया। तो वही जिला अस्पताल की एम्बुलेंस में कार्यरत कर्मचारी हिमेंद्र और मुकेश ने भी प्रसुता उर्मिला देवी के सुरक्षित प्रसव कराया और जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया साथ ही जिला अस्पताल के 102 एम्बुलेंस में शुबह ही एक प्रसव पीड़ित महिला को अस्पताल ले जाते समय जाम का सामना करना पड़ा तो एम्बुलेंस में कार्यरत एम्बुलेंस कर्मचारी कौसल और प्रमोद ने एम्बुलेंस को सुरक्षित स्थान में रोक करके डॉ रस्तोगी की मदद से प्रसुता ममता देवी का सुरक्षित प्रसव कराया इसके बाद जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया ।

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